वी कुमार/मंडी
पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री रहे कौल सिंह ठाकुर ने संगठन में फेरबदल के बाद पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू के बीच चल रही जुबानी जंग को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। मंडी जिला कांग्रेस सेवादल की बैठक में भाग लेने के बाद पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि नेताओं के बीच इस प्रकार की बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का संगठन पूरी तरह से मजबूर है। सभी नेताओं को एकजुटता से काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूर्व में अध्यक्ष रहे सुखविंदर सिंह सुक्खू ने काफी अच्छा काम किया है। मौजूदा अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर भी मेहनती आदमी है। जब वह पार्टी के अध्यक्ष थे तो उस वक्त राठौर ने महामंत्री के तौर पर बेहतर कार्य किया था। अब भी वह बेहतर कार्य करेंगे। वहीं कौल सिंह ठाकुर ने उन पर मंत्री रहते लगाए गए दवा घोटाले के आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि उनपर किसी प्रकार के दवा घोटाले का आरोप नहीं है। उनके कार्यकाल में ऐसा कोई घोटाला नहीं हुआ है।
कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री रहते उन दवा कंपनियों पर कार्रवाई करते हुए लाईसेंस सस्पेंड किए थे, जिनकी दवाईयों के सैंपल फेल हो गए थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने चार्जशीट में आशा वर्कर की भर्ती को लेकर आरोप लगाए हैं और उनकी जांच वह कभी भी करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि भाजपा की सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर ले और चार्जशीट हवा में ही रह जाए।