जोेगिंद्रनगर (एमबीएम न्यूज) : जोगिंद्रनगर बस स्टैंड के बाहर जोगिंद्रनगर-सरकाघाट-घुमारवीं सड़क से हटाए गए खोखाधारक जो पहले ही बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं अब उन्हे नगर पंचायत की भी मार झेलनी पड़ गई है। जोगिंद्रनगर प्रशासन ने उन्हे अब इसी सड़क पर स्थित बिजली बोर्ड के सेंट्रल स्टोर के बाहर जगह अलाट की है जहां खोखाधारकों ने अपना खर्चा करके खोखे तो बना लिए मगर कारोबार के नाम पर वहां कुछ भी नहीं है। नगर पंचायत ने भी उनसे रोज का किराया मांगना शुरू कर दिया है जिससे उन पर और भी बोझ बढ़ गया है।
सीटू से संबंधित रेहड़ी-फड़ी एवं खोखा यूनियन की जोगिंद्रनगर कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल माकपा नेता एवं यूनियन के सलाहकार कुशाल भारद्वाज की रहनुमाई में अपनी मांगों को लेकर जोगिंद्रनगर के एसडीएम से मिला तथा उन्हे एक मांगपत्र भी सौंपा गया। तहसीलदार व जोगिंद्रनगर नगर पंचायत के सचिव को भी ज्ञापन सौंपा गया। यूनियन ने ज्ञापन की प्रतियां नगर पंचायत अध्यक्षा व उपाध्यक्ष को भी दी। इस प्रतिनिधिमंडल में जगदीश चंद, राजेश वालिया, हंस राज, बालम राम, कालीदास, रीता देवी, राम सिंह, प्रभु राम, राकेश पुरी व प्रेम सिंह आदि उपस्थित रहे।
इस अवसर पर कुशाल भारद्वाज व खोखाधारकों ने कहा कि बस अड्डे के बाहर से जिन खोखाधारकों को आजीविका जारी रखने की गर्ज से राष्ट्रीय वेंडर्स एक्ट के तहत सेंट्रल स्टोर के बाहर बसाया गया है वहां पर बिक्री बहुत कम है लिहाजा खोखाधारक बेहद परेशान हैं। जोगिंद्रनगर प्रशासन की ओर से अलाट किए गए नए स्थान पर खोखा बनाए जाने के लिए हर खोखाधारक ने कर्ज उठाकर कम से कम 20-25 हजार रूप्ए व्यय किए हैं। काम न होने के बावजूद नगर पंचायत रोज का किराया मांग रही है जिससे उनकी हालत और भी पतली हो रही है। एसडीएम से अनुरोध किया गया है कि कम से कम एक साल तक इन खोखाधारकों से कोई किराया न लिया जाए तथा उसके बाद भी हर महीने का किराया 300 रूपए से अधिक नहीं होना चाहिए। यह भी कहा गया कि खोखा बनाने का खर्च नगर पंचायत ने नहीं किया है बल्कि खोखाधारकों ने अपनी जेब से किया है। कुषाल भारद्वाज ने कहा कि नई स्थापित खोखा मार्केट में कोई भी सार्वजनिक नल व शौचालय नहीं है। मांग की गई कि इन सुविधाओं का वहां प्रबंध किया जाए ताकि परेशानी दूर हो सके।
यह भी मांग की गई कि राष्ट्रीय वेंडर्स एक्ट के अंतर्गत जोगिंद्रनगर में भी जल्दी ही टाउन एवं वेंडिंग कमेटी का गठन किया जाए तथा सभी रेहड़ी फड़ी एवं खोखाधारकों को पहचान पत्र, प्लेट व स्थायी स्थान उपलब्ध करवाए जाएं। इसके तहत रेहड़ी फड़ी एवं खोखाधारकों को पहचान पत्र, नंबर प्लेट व स्थायी स्थान उपलब्ध करवाया जाए। इसके तहत रेहड़ी फड़ी व खोखा चलाकर आजीविका कमाने वालों को सड़कों के किनारे से न हटाया जाए बल्कि वेंडिंग जोन बनाकर स्थायी स्थान उपलब्ध करवाए जाएं। कुशाल के अनुसार एसडीएम राहुल चौहान ने कहा कि खोखाधारकों को नए स्थान पर शिफ्ट करने से आ रही प्रारंभिक समस्याओं से वह पूरी तरह वाकिफ हैं तथा इस बाबत सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा।