बद्दी (एमबीएम न्यूज) : अब प्रदेश के व्यापारी एक जुट हो कर अपने हितों लड़ाई लड़ेंगे। बद्दी में हुई बैठक में इस बात के संकेत भी दिखे। प्रदेश के व्यापारियों ने आपसी मतभेद भुला कर राज्य में सिर्फ एक व्यापार मंडल को मूर्तरूप दने की कवायद शुरू कर दी है। प्रदेश के व्यापारियों को समस्याओं को एकजुटता से एक मंच पर लाकर हल करने का बीड़ा उठाया गया। इसी कड़ी में प्रदेश के दस जिलो के दो सौ व्यापारियों ने भाग लिया। यह पहली बार हुआ जब हिमाचल के एक कौन में इतनी संख्या में व्यापारी पहुंचे हो। बैठक में जहां समस्याओं का खाका खींचा किया। वहीं व्यापार के नाम पर राजनीति चमकाने वालों को भी लताड़ लगाई गई। प्रदेश सरकार पर राज्य के कमाऊ पूत होने वाले व्यापारियों की अनदेखी करने का मामले भी खूब गूंजा। वहीं बिना वजह व्यापारियों को रौब दिखाने वाले अधिकारियों को भी चेताया गया।
व्यापार मंडल ने साफ कर दिया कि अंग्रेजो के समय से चले आ रहे नियमों को सहन नहीं किया जाएगा। अगर किसी को अनावश्यक तंग किया गया तो उक्त स्थान पर एकत्रित हो कर अधिकारियों को बेलगाम किया जाएगा। इसके लिए बकायादा सदस्यता अभियान शुरू करने का फैसला लिया गया तथा गुटों में बटे व्यापारियों को एक जुट होने की बात कही। इस बात पर भी चर्चा हुई। प्रदेश की सरकारे अपने फायदे के लिए व्यापारियों को बांटती रही। यही कारण है कि उनकी सही बात सरकार तक नहीं पहुंच पाती।ं व्यापार मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारियो ने स्पष्ट किया कि भाजपा व कांग्रेस ने अपने राजनीति स्तर पर जो व्यापार प्रकोष्ठ गठित किए हुए उनका काम मात्र राजनीति लाभ लेना है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि व्यापारी कल्याण बोर्ड में अपने चेहतों के खुश करने के लिए पद दे दिया है जब कि उनका व्यापारियों से कोई लेना नहीं होता है। असली लोग ही व्यापार कल्याण बोर्ड में होने चाहिए। प्रदेश व्यापार मंडल की ओर से अनुमोदित लोग ही कल्याण बोर्ड के सदस्य बनाये जाना चाहिए जिससे सरकार व व्यापार में बेहतर संबध हो सके।