एमबीएम न्यूज़/ नाहन
चूड़धार चोटी के तीसरी के समीप मिले मानव कंकाल को लेकर पुलिस भी काफी हद तक यह मान रही है कि अवशेष श्रुति के ही हैं,लेकिन वैज्ञानिक तस्दीक के बाद ही आधिकारिक पुष्टि होगी। शनिवार को फोरेंसिक प्रयोगशाला के निदेशक अरुण शर्मा खुद घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद अवशेषों को संगडाह तक पहुंचा दिया गया। रविवार को इन अवशेषों को डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन लाया जाएगा। इसके बाद कंकाल की फोरेंसिक जांच होगी। जानकारी के मुताबिक घटनास्थल पर पहुंचे श्रुति के परिजनों ने कपड़ों की पहचान कर ली है। कपड़ो के साथ एक लोकेट भी मिला है,जो लापता होने के दौरान श्रुति ने पहन रखा था।
फोरेंसिक जांच के बाद कंकाल से डीएनए के नमूने संरक्षित किए जायेंगे ताकि इनका मिलान श्रुति के माता-पिता के नमूनों से किया जा सके। जानकारों का यह भी कहना है कि डीएनए की रिपोर्ट आने में 3 से 4 महीने का वक्त लग सकता है,लिहाजा वैज्ञानिक नजरिए से इस बात की तस्दीक की घटनास्थल पर मिला कंकाल श्रुति का ही है कि आधिकारिक पुष्टि होने में भी काफी वक्त लग जाएगा।
सनद रहे कि 2 जुलाई 2018 को श्रुति चूड़धार चोटी से वापस लौटने के दौरान अपने परिवार से पलक झपकते ही बिछड़ गई थी। तब से मासूम बच्ची का कोई पता नहीं लग पाया था। लापता होने के बाद श्रुति सोशल मीडिया में लाखों लोगों की आंखों का तारा बन गई थी। हर कोई श्रुति की सलामती को लेकर दुआएं मांग रहा था। शुक्रवार रात जब काफी हद तक यह तय हो गया कि कंकाल श्रुति का हैं तो हर कोई स्तब्ध रह गया था। हर किसी को चमत्कार का इंतजार था, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था।
इस लिंक पर पढ़े ,जुडी खबर :https://goo.gl/NmQ4Nb
उधर एसपी रोहित मालपानी ने माना कि श्रुति के परिवार ने मौके पर मिले कपड़ों की पहचान कर ली है। परिवार ने इस बात को माना है कि गुमशुदगी के दिन श्रुति ने यही कपड़े पहन रखे थे। उल्लेखनीय है कि श्रुति के लापता होने के बाद किसी भी जानवर ने उस पर कोई हमला नहीं किया था। यहां तक की बाद में भी किसी जानवर ने शव से भी कोई छेड़-छाड़ नहीं की। लिहाजा आशंका यही है कि श्रुति की मौत डर, ठंड व भूख, प्यास के कारण ही हुई होगी। जानकारों का यह भी कहना है कि पुलिस ने एक दिन भी इस केस को ढीला नहीं छोड़ा था, लगातार डंप डाटा को खंगाला जा रहा था। दो रोज पहले ही एसपी ने बैठक भी ली थी।
देखे,घटनास्थल का वीडियो :
https://youtu.be/AiyJxAP_MoE