एमबीएम न्यूज़/नाहन
पच्छाद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली गीं-मतलाना उठाऊ पेयजल योजना से लोगों को पानी नही मिल रहा है। जिस वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पानी भरने के लिए लोगों को दूर प्राकृतिक बावड़ी पर जाना पड़ता है। इसके बाद पीठ पर उठाकर पानी के केन घर तक पहुंचाने पड़ रहे है। इस सिलसिले में नहर स्वार पंचायत के उपप्रधान सुरेश शर्मा के नेतृत्व में कुछ ही महीनों पहले खुले दरबार में एसडीएम नरेश वर्मा से भी मुलाकात की थी। उसके बाद पंचायत प्रतिनिधियों के साथ नेहर स्वार पंचायत के ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी सिरमौर से भी मिला था। उसके बाद दो-तीन हफ्ते ही पानी सही आया। लेकिन उसके बाद भी पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है।
अभी कुछ ही दिनों पहले नवरात्रि में मंदिरों पे नौ के नौ दिनों सुबह शाम भंडारे का आयोजन होता रहा, लेकिन पानी वालो को फोन करके भी किसी ने पानी की सूझ नही ली। कर्मचारियों या जेई को फोन किए जाएं तो महीने में एक या दो बारी तो मशीन खराब बताई जाती है। ये समस्या आज से नही है जब से ये पेयजल योजना बनी हुई है तब से है। प्रशासन ने भी इस के बारे में अब तक सही समाधान नही किया है। विभाग पानी देने में अपनी मनमानी कर रहा है। ऐसे में इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शिकायतकर्ता नेहर स्वार पंचायत उपप्रधान सुरेश शर्मा, पूर्व प्रधान राजेन्द्र ठाकुर, पूर्व उपप्रधान ओमप्रकाश, चन्द्रमणि शर्मा, शमशेर सिंह, देवेन्द्र सिंह, जयेंद्र सिंह, राजेश, ओमदत्त, जयप्रकाश, संजीव शर्मा ने बताया कि गीं, मतलाना, मानरिया, डेरा, मडीधार, बांदली, जरासी व स्वारटू को पेयजल आपूर्ति करने वाली गीं मतलाना उठाऊ पेयजल योजना से पानी की सुचारू रूप से आपूर्ति नही होती। विभाग की मनमानी के कारण ग्रामीणों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि एक तो विभाग के जो भी कर्मचारी इस योजना में कार्यरत है उन्हें यहां से बदला जाए। नही तो तब तक पानी की समस्या जस की तस बनी रहेगी। प्रशासन से अनुरोध है कि विभाग के कर्मचारियों को समय-समय पर पानी की आपूर्ति को जांचने के लिए भेजा जाए।