वी कुमार/मंडी
शूलिनी यूनिवर्सिटी के छात्र कार्तिक चौहान ने आधुनिक तकनीक वाले पॉलीहाउस का मॉडल बनाया है। इस मॉडल को कार्तिक ने आईआईटी मंडी में हुए तीसरे राज्य स्तरीय साईंस कांग्रेस में प्रदर्शित भी किया। पॉलीहाउस की खासियत यह है कि इसमें एक ही समय में दो अगल-अगल मौसमों की सब्जियां उगाई जा सकती हैं। यह संभव हो पाया है पॉलीहाउस के बीच में लगाई गई ऐडियाबैटिक वॉल से। कार्तिक ने ऐडियाबैटिक वॉल की सहायता से पॉलीहाउस को दो भागों में बांट दिया है। इससे पॉलीहाउस के दो भागों में एक ही समय में अलग-अगल तापमान रहेगा। ऐसा होने से आप एक ही पॉलीहाउस में दो अगल-अगल मौसमों की सब्जियों को उगा सकेंगे।
इससे पहले ऐसा करने के लिए आपको अगल-अगल पॉलीहाउस लगाने पड़ते थे और वहां पर अगल-अगल तरीके से तापमान को सेट करना पड़ता था। मगर इस नई तकनीक से अब यह काम एक ही पॉलीहाउस में हो पाएगा। वहीं कार्तिक ने इस पॉलीहाउस में रेन वाटर हरवेस्टिंग का कंसेप्ट भी जोड़ा है। पॉलीहाउस के रूफ पर एक वॉटर स्टोरेज टैंक लगाया गया है जिसमें बारिश के साथ-साथ ओस का पानी भी इकट्ठा होगा। जरूरत के हिसाब से इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा। नई तकनीक वाले पॉलीहाउस में एक खासियत और जोड़ी गई है।
इसे इस प्रकार से डिजाईन किया गया है ताकि हवा इसका कुछ न उखाड़ सके। अमूमन प्रदेश में लगे पॉलीहाउस तेज हवाओं के कारण धराशाही हो जाते हैं।कार्तिक का दावा है कि जो डिजाईन उसने तैयार किया है वो हवा को चीरने की क्षमता रखता है। इससे पॉलीहाउस को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। साथ ही कार्तिक का यह भी दावा है कि इसके निर्माण में कोई अतिरिक्त खर्च नहीं आएगा। जितनी लागत में अभी पॉलीहाउस लग रहे हैं उतनी ही लागत में इसे भी लगाया जा सकेगा।