वी कुमार/मंडी
एक एनआरआई महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को अनूठे तरीके से मना रही है। अकेले गाड़ी में सवार होकर भारत भ्रमण पर निकली हैं। इस भ्रमण के दौरान महिला जहां स्वच्छता का संदेश दे रही है, वहीं स्वच्छता का पूरा डाटा भी तैयार कर रही है। कोयंबटूर से शुरू हुई यह यात्रा इन दिनों हिमाचल प्रदेश पहुंची हुई है।
51 साल की एनआरआई संगीता श्रीधर तमिलनाडू के कोयंबटूर से क्लीन इंडिया ट्रेल अभियान चलाते हुए बुधवार को मंडी पहुंची। संगीता श्रीधर एनआरआई है, जो ओमान में रहती थी मगर उसने स्वच्छ भारत का ऐसा लक्ष्य अपने देश के लिए लिया कि नौकरी छोड़ कर इस काम में जुट गई। उसका परिवार अभी भी अबुधाबी में रहता है। संगीता ने महात्मा गांधी की 150 जयंती जिसे देश स्वच्छता के संदेश के साथ मना रहा है को अलग तरीके से मनाने का प्रण लिया।
देश में एक महिला कितनी सुरक्षित है और देश कितना स्वच्छ है इसे देखने के लिए गाड़ी लेकर संगीता अकेले ही इस अभियान पर निकल पड़ी। संगीता ने 12 अगस्त को अपनी यात्रा कोयंबटूर से शुरू की थी जो फरवरी 2019 में पूरी होगी। 6 महीने की इस यात्रा के दौरान वह देश के 310 शहरों का भ्रमण करेंगी। अब तक 66 दिन की यात्रा में वह 19 हजार किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है। 14 राज्यों में 85 शहरों का दौरा पूरा कर चुकी है। अकेली चली संगीता खुद गाड़ी चलाती है, उसी में पीछे सीटें निकाल कर लकड़ी का बैड बना रखा है वहां सोती है।
गाड़ी के उपर सोलर सिस्टम लगाया है जिससे उसमें एक छोटा सा फ्रिज भी चलता है और पंखा भी है। लाइट का भी इंतजाम है। कई तरह की इलैक्ट्रोनिक्स डिवाइस भी गाड़ी में लगी है, जैसे-जैसे उसका वाहन आगे जाता है तो संदेश विभिन्न एनजीओ जो इस काम में लगे हैं को जाता रहता है।
संगीता श्रीधर ने बताया कि वह केवल कश्मीर में 18,500 फीट की उंचाई में जहां माइनस 20 डिग्री तापमान था में भारी बर्फ के बीच 24 घंटे फंसी रही, जबकि और कहीं भी उसे कोई भी दिक्कत इस यात्रा में नहीं आई। वह रास्ते में सार्वजनिक शौचालयों में जाकर उसका अध्ययन करती है। उसने बताया कि वह स्वच्छता पर विस्तृत डाटा तैयार कर रही है जो साथ ही साथ भेज रही है। उन्होंने कहा कि कचरा हम सब की समस्या है।
हिमाचल के बारे में संगीता कहती है कि ऐसी शांति व सुकून और कहीं नहीं ही है। वह पूरे देश व संसार में इसका जिक्र करेगी, यहां की विचित्रता से वह दंग है। हिंदु बहुल राज्य होने के बावजूद हिमाचल में कहीं बौद्ध कहीं तिब्बती तो कहीं दूसरे धर्मों के लोग नजर आते हैं जो सुकून से रहते हैं। यहां मणीकर्ण जैसे स्थल है जहां पर एक तरफ जीरो तापमान वाले पानी की नदी बहती है तो उसके साथ सौ डिग्री तापमान वाला पानी उबलता है। ऐसा सुंदरए शांत व सेकुलर स्टेट उन्हें कहीं देखने को नहीं मिला। उसने बताया कि मणीकर्ण जाने से पहले वह सोमवार को आधा दिन मंडी शहर में घूमी।
रोजाना 14 से 18 घंटे के सफर में लगभग 310 किलोमीटर गाड़ी चलाने वाली संगीता श्रीधर का कहना है कि वह बिना किसी बैनर से इस अभियान को कर रही है , वह न तो कोल्ड ड्रिंक्स पीती है न मिनरल वाटर लेती है, जो जहां मिलता है उसे ही खाती व प्राकृतिक स्त्रोतों का पानी पी लेती है।
संगीता ने बताया कि यात्रा का सारा खर्च वह स्वयं वहन करती है केवल गाड़ी उसे टाटा कंपनी जो स्वयं स्वच्छ भारत अभियान चला रहा है ने 6 महीनों के लिए दी है। संगीता श्रीधर स्वच्छ भारत को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट भारत सरकार को देगी। संगीता को इस अभियान की सफलता के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपनी शुभकामनाएं भी दे चुके हैं।
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