एमबीएम न्यूज/शिमला
दुनिया में सबसे ऊंचे रेलवे ट्रैक का गौरव प्रदेश को मिलेगा। 3300 मीटर की ऊंचाई पर प्रस्तावित बिलासपुर-मनाली-लेह रेलवे ट्रैक की दूरी 498 किलोमीटर होगी। बुधवार को यह परियोजना चर्चा में आई है। दरअसल देश की राजधानी दिल्ली में रेलवे के अधिकारियों ने इस ट्रैक का सर्वे पूरा होने की बात कही है।
समहारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस ट्रैक पर 74 सुरंगों के निर्माण की योजना है। इसमें से एक सुरंग की दूरी 27 किलोमीटर के आसपास भी होगी। ट्रैक के निर्माण पर रेलवे मंत्रालय 83,360 करोड़ रुपए खर्च करने को तैयार है। बिलासपुर से प्रस्तावित इस ट्रैक पर 244 किलोमीटर तक सुरंगें बनेंगी। बिलासपुर से लेह के बीच 30 स्टेशन होंगे। इनमें से एक स्टेशन के सुरंग के भीतर होने की बात भी कही जा रही है। इसका निर्माण लाहौल-स्पीति मुख्यालय केलांग में होगा। 124 बड़े व 496 छोटे पुलों के निर्माण का प्रस्ताव है।
चूंकि इस मार्ग पर ऑक्सीजन की भी कमी हो जाती है लिहाजा ट्रेन में स्पेशल बोगियां भी होंगी। चीन पहले ही सीमा तक ट्रेन पहुंचा चुका है, जिसके जरिए पड़ोसी देश सैनिकों तक रसद व अन्य सामान को भी भेजता है। मैगा रेल प्रोजैक्ट को केंद्रीय कैबिनेट समिति (सुरक्षा)ने दिसंबर 2015 में मंजूरी प्रदान की थी। दिल्ली से मिले इनपुट के मुताबिक उत्तर रेलवे के महा प्रबंधक विश्वेश्वर चौबे ने कहा कि सर्वे पूरा होने के साथ ही दो साल के भीतर कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
यह भी हैं कुछ बातें…
रूट पर सिंगल लाइन ब्रॉडगेज लाइन होगी। 75 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से रेलगाड़ी को चलाया जा सकेगा। निर्माण के लिए रेलवे द्वारा ग्लोबल टैंडर किए जाएंगे। रेलवे लाइन के दो चरण में सैटेलाइट के माध्यम से अलाइनमेंट लोकेशन की स्टडी होगी। रेलवे अब जल्द ही अंतिम लोकेशन सर्वे को करने की तैयारी कर रहा है।
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