एमबीएम न्यूज़/ऊना
ऊना के रायपुर सहोड़ा निवासी नरेश कुमार उर्फ सुमित की संदिग्ध मौत को लेकर रविवार को जिला में यातायात बुरी तरह से प्रभावित रहा। हिमाचल के प्रवेश द्वार मैतहपुर में राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोपहर साढ़े 12 बजे से लगा जाम शाम पांच बजे तक भी जारी रहा। शाम 5 बजे तक शव वाहन में ही डैड बॉडी को रखकर प्रदर्शन किया गया। एसपी व डीसी गो बैक के नारों के साथ प्रदर्शनकारी सीएम जयराम ठाकुर से बात करवाने की मांग भी कर रहे थे। साढ़े 4 घंटे के प्रदर्शन के बाद परिजन शव के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। शव को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी भेजा गया था। जहां से सीधे ही वाहन को हाईवे के बीच खड़ा कर जाम लगा दिया गया था।
उधर मृतक के परिजनों व ग्रामीणों की मांगे न मानी जाने को लेकर मैहतपुर के अलावा भटोली व संतोषगढ़ में भी जाम लगा दिया गया था। मामले को लेकर पहले एसी टू डीसी एसके पराशर मौके पर पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने डीसी व एसपी से मुलाकात करने की मांग उठाई। साढ़े चार बजे एसपी व डीसी भी पहुंचे, लेकिन डीसी व एसपी की करीब 15 मिनट हुई बातचीत के बाद भी परिजन व ग्रामीण संतुष्ट नहीं हुए और गौ बैक के नारे लगा दिए। इसके बाद डीसी व एसपी भी वापिस चले गए। वहीं ऊना सदर के विधायक किसी कार्यक्रम में बाहर गए हुए थे, सूचना मिलने के बाद विधायक सपताल रायजादा भी मैहतपुर पहुंचने वाले है। बता दें कि दोपहर साढ़े 12 बजे से लगा जाम शाम को 5 बजने तक भी जारी रहा।
यह है मामला….
गौर हो कि सुमित कुमार रायपुर सहोड़ा निवासी 24 तारीख को रायपुर से बंगाणा अपने मामा के पास घर से निकला। वहां पहुंचने के बाद करीब 6:00 बजे बंगाणा से वापस अपने घर के लिए रवाना हुआ, लेकिन आज दिन तक अपने घर नहीं पहुंचा। यह बात सुमित के छोटे भाई निखिल ने बताते हुए कहा कि जब बंगाणा से वापस घर के लिए लौटा तो करीब 7:00 बजे उसकी बात सुमित कुमार से हुई। सुमित ने कहा की भारी बारिश के चलते अपने दोस्त के पास ऊना में ही रुक जाऊंगा और सुबह ही घर पहुंचेगा।
उसके बाद उसका फोन 7:15 बजे तक चलता रहा और उसके बाद स्विच ऑफ हो गया 25 तारीख सुबह जब वह घर पर नहीं पहुंचा तो घरवालों ने उसकी तलाश शुरू की। 25 तारीख को जब उसके द्वार फोन पर द्वारा बात की गई तो फोन किसी औरत ने उठाया और वह बोली कि मैं कोटला कलां से बोल रही हूं। जब घरवाले उस औरत के पास पहुंचे तो उसने कहा कि यह फोन यहां पर गिरा हुआ था। वहीं कुछ दूरी पर सुमित कुमार का मोटरसाइकिल और चप्पले भी पडी हुई थी। आसपास काफी देर तक उसकी तलाश की गई लेकिन वह नहीं मिला।
बाद में घरवालों ने इस बारे पुलिस को सूचित किया। इस बारे में बंगाणा और कोटला कलां में पुलिस ने पूछताछ की, लेकिन अभी तक सुमित कुमार का कोई सुराग नहीं मिला। अब उसका शव कोटला गांव में ही जंगल से मिला है।
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