नाहन (एमबीएम न्यूज) : हिमफैड के अध्यक्ष अजय बहादुर सिंह और जिला कांग्रेस समिति के अध्यक्ष अजय सोलंकी ने एक संयुक्त बयान में स्थानीय विधायक डॉ. राजीव बिंदल पर सरेआम दादागिरी करने के आरोप मढें हैं। कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि कहा है कि जिस प्रकार स्थानीय विधायक डॉ. राजीव बिंदल द्वारा विकास कार्यों में रोड़े अटका कर तथा लोगों को उकसा कर राजनीतिक लाभ लेने के लिए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं, वह एक स्वस्थ राजनीति नहीं बल्कि दादागीरी है।
उन्होंने मुख्यमंत्री की नयनादेवी जनसभा में गत दिवस भाजपा विधायक रणधीर शर्मा द्वारा मचाए हुडदंग की भी कड़ी भर्तस्ना की है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग नैतिकता भूल गए हैं और प्रदेश का विकास देखकर इतने बौखला गए हैं कि खुलेआम दादागीरी करने पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए कभी इस प्रकार की घटिया राजनीति नहीं की है और न ही कांग्रेस पार्टी की ऐसी परंपरा रही है।
उन्होंने स्थानीय विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस प्रकार इनके द्वारा गत दिन उपायुक्त कार्यालय के बाहर हुड़दंग मचाया और उपायुक्त को राजनीतिक दबाव देकर ज्ञापन लेने के लिए नीचे बुलाया वह एक सरेआम दादागीरी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी पार्टी अथवा संस्था को ज्ञापन देना होता है तो उन्हें संबंधित अधिकारी के कार्यालय में जाकर देना पड़ता है और यही प्रदेश की एक परंपरा भी रही है।
अजय बहादुर और सोलंकी ने कहा कि नाहन के लोगों को हैरानी होती है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सिंह जो राशि सिरमौर के विकास के लिए देते हैं, उस पर डॉ. बिंदल तुरंत मीडिया में जाकर बयान देते हैं कि यह राशि नरेंद्र मोदी ने भेजी है। उन्होंने कहा कि यदि डॉ. बिंदल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इतने करीबी हैं तो नाहन कैंट एरिया की समस्या को उनसे हल क्यों नहीं करवाते हैं, बल्कि उनको हुड़दंग और नारे लगाने पड़ रहे है।
बेहतर होता कि एनडीए सरकार के खिलाफ नारे लगाते, क्योंकि यह मुददा केंद्र सरकार से जुड़ा है । जबकि प्रदेश सरकार द्वारा इस समस्या के निदान के लिए भरसक प्रयत्न किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक केवल मीडिया की सुर्खियों में रहकर अपना राजनैतिक उल्लू सीधा करना चाहते हैं।
उन्होंने डॉ. बिंदल को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सिरमौर के लिए आईआईएम और मेडिकल कालेज यूपीए सरकार ने दिया है न कि मोदी सरकार ने। डॉ. बिंदल इस बात का फिजूल में ढिंढोरा पीटकर लोगों को गुमराह कर रहे है। यही नहीं सिरमौर के लिए तीन उप तहसीलें, एक एसडीएम कार्यालय शिलाई के अलावा सिरमौर के लिए करोड़ों रुपए की योजनाएं स्वीकृत की गई हैं।
उन्होंने कहा कि अगर डॉ. बिंदल को नाहन के लोगों से इतना स्नेह है तो जब वह मंत्री पद थे तब इन्हें नाहन के विकास की क्यों याद नहीं आई, जो अब घडिय़ाली आंसू बहा रहे है। उन्होंने कहा कि गत अढ़ाई साल के दौरान मुख्यमंत्री स्वयं सिरमौर का दौरा करके लगभग 150 करोड़ से अधिक परियोजनाओं का उदघाटन व शिलान्यास कर चुके हैं और डॉ. बिंदल बताएं कि पिछले भाजपा के कार्याकाल में सिरमौर के लिए कितने प्रोजेक्ट स्वीकृत किए हैं।