एमबीएम न्यूज/नाहन
नाहन-पांवटा साहिब तक बसों में 81 रुपए का किराया ही वसूला जाएगा। 21 प्रतिशत बढोतरी के बाद किराए की दर 81 रुपए हो गई थी। लेकिन बीच में मैदानी व पहाड़ी क्षेत्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया। अगर खजूरना से पांवटा साहिब हाईवे को मैदानी क्षेत्र में रखा जाता है तो किराया 70 से 72 रुपए के बीच होता। दिलचस्प यह है कि करीब एक सप्ताह में इस रूट का तीन बार किराया बदला गया है।
जानकारी के मुताबिक नेशनल हाईवे विंग ने पथ परिवहन निगम के प्रबंधन को इस बात का प्रमाणपत्र दे दिया था कि खजूरना से पांवटा साहिब तक मैदानी इलाका है। बाद में इसे बदल कर धौलाकुआं से पांवटा साहिब क्षेत्र को मैदानी बताया गया। अब शुक्रवार शाम खबर यह आई है कि निगम के प्रबंधन ने नेशनल हाईवे के प्रमाणपत्र को खारिज कर दिया है, यानि नाहन से पांवटा साहिब तक का क्षेत्र पहाड़ी इलाके में ही परिभाषित होगा।
पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रियों से 1.75 रुपए प्रति किलोमीटर किराया वसूला जाता है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में यह दर 1.12 रुपए प्रति किलोमीटर रहती है। हालांकि पुख्ता तौर पर जानकारी नहीं मिली है, लेकिन बताया जा रहा है कि प्राईवेट बस ऑपरेटर इस बात को लेकर सरकार पर दबाव बना रहे थे कि नाहन से पांवटा साहिब रूट को पहाड़ी क्षेत्र में ही रखा जाना चाहिए। इसी के चलते किराया अधिक होना था।
उधर हिमाचल पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक राशीद शेख ने कहा कि अब इस रूट पर 81 रुपए किराया वसूला जाएगा। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे विंग द्वारा दिए गए प्रमाणपत्र को मुख्यालय भेजा गया था, जहां से इसे खारिज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब 21 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ ही किराया वसूला जाएगा। पूरे रूट को पहाड़ी क्षेत्र में ही रखा गया है।
कुल मिलाकर इस रूट पर किराए की कशमकश ने एक सवाल जरूर पैदा कर दिया है। इसके मुताबिक क्या मैदानी क्षेत्र में भी यात्रियों से पहले से ही अधिक किराया वसूला जा रहा था, जिसे अब भी जारी रखा गया है।
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