एमबीएम न्यूज़/भुंतर
बाढ़ के कारण भुंतर बैली ब्रिज की फाउंडेशन को क्षति पहुंची थी। जिसकी मुरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर चला। पुल का निरीक्षण करने एसई और स्पेशल डिजाइनर भुंतर आए थे। उन्होंने बैली ब्रिज की बाढ़ से हुई क्षति के साथ फाउंडेशन की रिपेयर का भी जायजा लिया था। बड़े अधिकारी ब्यास की बदलती जलधारा को देख कर चिंतित भी नजर आए थे। विभाग द्वारा पुल के दोनों छोर बंद होने से जनता काफी आक्रोशित थी, क्योंकि मिट्टी से पुल बंद करने पर पैदल चलने योग्य रास्ता भी नहीं छोड़ा गया था। भुंतर की जनता इस पुल के जाम तथा बार-बार बंद होने से बहुत दुखी है।
23 वर्षों से पुल की परेशानी के कारण जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर है। कुछ दिन पहले स्थानीय विधायक, एसडीएम कुल्लू, एनएचएआई के डायरेक्टर कर्नल योगेश चंद्र व अन्य विभागीय अधिकारी पुल की जांच कर इसे दो घंटे में खोलने की बात कर चले गए। मगर पुल नहीं खोला गया। आक्रोशित जनता ने स्थानीय विधायक के साथ मिल कर गत सोमवार को स्वयं मिट्टी हटाकर टू व्हीलर और पैदल चलने योग्य रोड़ खुद खोल दिया। उसके बाद विभाग सतर्क हुआ।
इसके बाद पुल की रिपेयर का कार्य युद्ध स्तर पर चलाया गया। एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इस कार्य को कर रही है। जिसने फोरलेन के कार्य भी ले रखे हैं। कंपनी ने पुल की रिपेयर में काफी तेजी से कार्य किया। कंकर ईँट से इसकी फाउंडेशन का कार्य बुधवार को पूरा हो गया। जिससे अब लगता है कि आज वाहनों के लिए पुल खोल दिया जाएगा। सिंगल लेन के कारण बार-बार की परेशानी जनता अब नहीं झेलना चाहती है। जनता अतिशीघ्र बैली ब्रिज के स्थान पर डबल लेन पुल चाहती है। जिसके लिए बड़े स्तर पर आंदोलन की तैयारी की जा रही है।