बद्दी (एमबीएम न्यूज) : अमरावती वेल्फेयर सोसायटी की एक बैठक सोसाईटी के कार्यालय में संस्था के प्रधान आलोक सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में अमरावती अपार्टमेंट के संचालक बिल्डर पर फलैट मालिकों की अनदेखी करने का आरोप जडा गया और सुविधाएं न देने पर जमकर हंगामा भी हुआ। पदाधिकारियों ने आरोप जडा कि बिल्डर की ओर से सभी प्रकार के टैक्स उनसे वसूले जाते है लेकिन सुविधाओं के नाम पर उनको ठेंगा दिखा दिया जाता है। मेटेनेंस के नाम पर पैसा तो इकट्ठा किया जा रहा है लेकिन इस पैसे को बिल्डिंग के रखरखाव पर न खर्च कर अन्य कार्यो किए जा रहे है। जिससे यहां पर रहने वाले लैट संचालकों पैसे देने के बाद भी सुविधाएं नहीं मिल रही है। जब हम सारे देय शुल्कों व खर्चों का हिसाब किताब मांगते हैं तो उनको कोई भी दस्तावेज स्पष्ट रुप से न देकर गुमराह किया जाता है।
सोसायटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अलोक सिंह ने कहा कि अपार्टमेंट में साढ़े आठ सौ फलैट है जिससे मेटेंनेंस चार्ज वसूल किया जाता है। शुल्क लेने के बाद भी मकानों के अंदर की सीलन को ठीक नहीं किया जा रहा है जबकि घटिया सामग्री प्रयोग में लेने से ऐसा हुआ है। उन्होंने बताया कि जो फलैट बेच दिए है उनसे तो चार्ज लिया जाता है लेकिन जो तैयार मकान खाली है उनसे बिल्डर कोई चार्ज नहीं भरता है क्योंकि यह कंपनी के निजी फलैट है। यह दोगला रवैया अब कतई सहन नहीं किया जाएगा और अब मोर्चा खोलने का वक्त आ गया है। उपाध्यक्ष नितेंद्र मिश्रा ने कहा कि अपार्टमेंट डेढ सौ कनेक्शन है जिनके बिजली के मीटर नहीं लगे है लेकिन उन्हें बिजली मुहैया कराई गई है। यह बिजली कहां से आई इसका कोई पता नहीं है। सक्योरिटी के लिए सुरक्षा कर्मी रखे है उनका वेतन मेंटेनेंस चार्ज से निकाला गया। जबकि यह सुरक्षा कर्मी यहां के लोगों की सुरक्षा करने की बजाए बिल्डर के सामान की सुरक्षा करते है।
राज वर्मा ने कहा कि स्ट्रीट लाइट व पार्क की खस्ता हालत बनी हुई है। रात के कुछ युवा तेज रफतारी में बाइक चलाते है जिससे आम लोगो की शांति भंग होती है वहीं इन लोगों की कहीं पर पंजीकरण नहीं है। अगर कोई बड़ा हादसा होता है तो इनका कोई पता नहीं चला है। इस बारे में कई बार बिल्डर को पंजीकरण कराने के कहा गया है लेकिन उनकी कोई भी बात नहीं सुनी जाती है। उन्होंने सभी प्लैट धारकों की सूची मांगी है लेकिन उन्हें यह कह कर मना कर दिया है कि यह उनकी निजी मामला है तथा इसे वह सार्वजनिक नहीं कर सकते है। बैठक में आलोक सिंह के अलावा नितेंद्र मिश्रा, रणजीत वर्मा, मनमोहन सिंह सैणी, श्रीकांत शर्मा, पिंटू सिंह ने भाग लिया।