अमरप्रीत सिंह/सोलन
सोलन के अर्की में स्टील ग्रेड का चूना पत्थर मिलना प्रदेशवासियों के लिए किसी सौगात से कम नहीं था। मगर सरकार की अनदेखी ने एनएमडीसी के प्रोजेक्ट को फाइलों में दफन कर दिया। धर्मशाला क्षेत्र के समाजसेवी संजय शर्मा ने सोलन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राष्ट्रीय खनिज विकास निगम का दफ्तर 30 वर्षों से अर्की में खोला गया है, लेकिन अब तक यहां इस प्रोजेक्ट को सरकार की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली है। सरकार के इस प्रोजेक्ट से जहां युवाओं को सरकारी रोजगार मिलना था, वहीं देश की तरक्की के लिए भी इस प्रोजेक्ट का अहम योगदान दर्ज होता। समाज सेवी ने कहा कि अर्की के धार क्षेत्र में एनएमडीसी ने 1988 में सर्वेक्षण किया था।
जिसमें उन्होंने पाया था कि यहां की जमीन पर 35 फीसदी चूना पत्थर है। 65 फीसदी स्टील ग्रेड वाला चूना पत्थर मौजूद है। यह पत्थर फिलहाल देश में चीन व खाड़ी देशों से आयात किया जाता है। संजय शर्मा ने कहा कि प्रदेश के उसी क्षेत्र में अंबुजा सीमेंट कंपनी और अल्ट्राटैक सीमेंट कंपनी ने उसके बाद आवेदन किया। उन्हें स्वीकृति भी मिल गई। ऐसे में सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि दोनों सरकारों ने उन्हीं प्रोजेक्टों को स्वीकृति दी जिनसे उनके स्वार्थ जुड़े थे। उस सरकारी प्रोजेक्ट की अनदेखी कर दी, जिसमें युवाओं को सरकारी व सुरक्षित रोजगार मिलना था।