शिमला (एमबीएम न्यूज) : हिमाचल के नामी ‘‘सैंट बीड्स कॉलेज’’ को यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने हैरीटेज धरोहर का दर्जा दिया है। यूजीसी ने देश के 19 कॉलेजों को यह दर्जा दिया है। इस सूची में हिमाचल का सैंट बीड्स कॉलेज ही जगह बना पाया है।
चंडीगढ़ जोन में यह दर्जा पांच कॉलेजों को दिया गया है। इसमें कन्या महाविद्यालय जालंधर, राजकीय गांधी मैमोरियल साईंस कॉलेज जम्मू, डीएवी कॉलेज अंबाला व खालसा कॉलेज अमृतसर शामिल हैं।
सैंट बीड्स कॉलेज की स्थापना 1904 में हुई थी। कॉलेज की स्थापना का उद्देश्य गर्ल्स एजुकेशन को प्रोत्साहित करना रखा गया। कॉलेज ने स्थापना का शताब्दी समारोह 2004 में आयोजित किया था। इस अवसर पर एक डाक टिकट भी जारी हुआ था। इस कॉलेज में 200 छात्राओं को आवासीय सुविधा भी प्रदान की जाती है।
1967 में बंद हो जाता कॉलेज
सैंट बीड्स कॉलेज शिमला से जुड़े इतिहास के मुताबिक 1967 में कॉलेज के प्रबंधकों ने इसे बंद करने का फैसला कर लिया था। तर्क था कि छात्रों को जे एंड एम कॉलेज नई दिल्ली में बेहतर शिक्षा मिल सकती है। इस पर हिमाचल के तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस परमार ने महामहिम बिशप एलफ्रेड को कॉलेज न बंद करने का निवेदन किया।
सीएम समेत स्थानीय लोगों की अपील रंग लाई। इसके बाद कॉलेज को जारी रखने का फैसला लिया गया। गौरतलब है कि 1947 तक यह कॉलेज केवल क्रिश्चयन गर्ल्स के लिए था, लेकिन आजादी के बाद इसे हरेक वर्ग के लिए खोल दिया गया। इस कॉलेज का पहला आधुनिक भवन 1964 में बना।