सोलन (एमबीएम न्यूज़) : सोलन के बागा स्थित जेपी सीमेंट प्रबंधकों व उद्योग कर्मचारी यूनियन के बीच उपजा विवाद हल होने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को चंडीगढ़ में केंद्रीय श्रमायुक्त की अध्यक्षता में कर्मचारी यूनियन तथा कंपनी प्रबंधकों के साथ हुई कई घंटों की बैठक बेनतीजा रही है। करीब तीन घंटे तक चली बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर तीखे शब्दों के प्रहार किए।
जानकारी के मुताबिक जेपी सीमेंट उद्योग में पिछले काफी समय से प्रबंधन वर्ग और कर्मचारी यूनियनों के बीच चल रहा विवाद गहराता ही जा रहा है। दोनों पक्षों के बीच बात इतनी आगे बढ़ गई है कि इसे हल करने के लिए केंद्रीय श्रमायुक्त का सहारा लेना पड़ रहा है। शनिवार को केंद्रीय श्रमायुक्त की अध्यक्षता में चंडीगढ़ में कंपनी प्रबंधकों व कर्मचारी यूनियन के नेताओं की बैठक हुई। करीब तीन घंटों तक चली बैठक में दोनों पक्षों के बीच आम सहमती नहीं बन पाई और बैठक बेनतीजा संपन्न हो गई।
बैठक में कर्मचारी यूनियन अपनी जायज मांगों को बहाल करने पर अड़े रहे और उद्योग प्रबंधक वर्ग झुकने को तैयार नहीं हुआ। हालांकि केंद्रीय श्रमायुक्त ने दोनों पक्षों के बीच समांजस्य स्थापित कर समझौता करवाने का काफी प्रयास किया,लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी और बैठक बिना किसी नतीजे के संपन्न हो गई। बैठक में युनियन पदाधिकारियों और कंपनी प्रबंधन के बीच समझौते को लागू करने पर कोई आम सहमती नहीं बन पाई। दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े रहे और बैठक में कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया।
गौरतलब हो कि जेपी उद्योग प्रबंधकों व कर्मचारी यूनियनों के बीव उपजे विवाद को हल करने के लिए पिछले कई महीनों से केंद्रीय श्रमायुक्त की मध्यस्तता में विवाद को सुलझाने के लिए बैठकों का आयोन किया जा रहा है। परंतु समझौते को लेकर अभी तक जितनी भी बैठकें हुई हैं वह मात्र औपचारिकता ही साबित हो रही है। वर्करों का तर्क है कि दो वर्ष पूर्व केंद्रीय श्रमायुक्त के समक्ष जो समझौता हुआ था उसे कंपनी आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए पूर्ण करने से इनकार कर रही है।
उधर जेपी सीमेंट उद्योग कर्मचारी युनियन अध्यक्ष सुरेश ठाकुर ने संपर्क करने पर कहा कि केंद्रीय श्रमायुक्त मामले को जानबूझ खींच रहा है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही उद्योग प्रबंधन ने कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा नहीं किया तो आंदोलन को उग्र कर दिया जाएगा।