बद्दी(एमबीएम न्यूज): हाल ही में पीएचसी से सीएचसी में तबदील हुए बद्दी अस्पताल का विवादों से हमेशा नाता रहा है। अस्पताल प्रशासन व स्टाफ की लापरवाह कार्यप्रणाली पर कई बार उंगली उठ चुकी है। गलत इंजेक्शन लगाने, एक मीडिया कर्मी के साथ दुव्र्यवहार और अस्पताल पहुंचे मरीज को दवाई न देने की बजाए घरेलू नुस्खों की सलाह के अलावा कई अन्य मामले प्रकाश में आ चुके हैं।
डाक्टर के नदारद होने के चलते बच्ची बीमार बच्ची को लेकर बैठे परिजनबुधवार को रात्रि डयूटी पर तैनात डाक्टर के सुबह अस्पताल से नरारद रहने से सीएचसी बद्दी एक बार फिर विवादों के घेरे में आ गई है। बुधवार सुबह करीबन 8.40 बजे संजय कुमार निवासी हमीरपुर जो कि मलपुर में किराए के मकान पर रहता है अपनी पांच वर्षीय बेटी अवनी को लेकर सीएचसी बद्दी में पहुंचा। लेकिन अस्पताल में डयूटी पर कोई भी चिकित्सक तैनात नहीं था।
इस पर संजय ने अपने किसी जानने वाले को फोन किया और उसके बाद मामले की सूचना मीडिया को मिली। संजय ने बताया कि बुधवार सुबह उसकी बेटी के पेट में अचानक तेज दर्द हुआ। घरेलू उपचार करने के बाद भी बेटी को कोई आराम नहीं पहुंचा और बेटी को सीएचसी बद्दी ले आया। लेकिन यहां पहुंचने पर पाया कि अस्पताल में कोई भी चिकित्सक मौजूद नहीं है।
संजय के अनुसार अस्पताल में तैनात नर्सों ने डयूटी से नदारद चिकित्सक को फोन किया और बताया कि पांच वर्षीय बच्ची के पेट में तेज दर्द है, जिस पर डयूटी से नदारद डाक्टर ने फोन पर ही बच्ची को इंजेक्शन देने के लिए कहा। नर्स ने अस्पताल की पर्ची पर इंजेक्शन लिखा और संजय कुमार को इंजेक्शन लाने को कहा।
संजय ने बताया कि नर्स ने पर्ची पर इंजेक्शन लिखने के बाद पर्ची का ऊपरी हिस्सा फाड़ दिया। जब संजय ने पर्ची का ऊपरी हिस्सा फाडऩे का कारण पूछा तो नर्स ने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। संजय ने बच्ची को इंजेक्शन लगवाने से पहले नर्स से पूछा की आप इस इंजेक्शन को लगाने का जिम्मेदारी लेते हो तो वह चुप रही। इंजेक्शन लगाने के बाद दोबारा पर्ची बनाई गई जिस पर लगाए गए इंजेक्शन का विवरण लिखा गया।
9.30 बजे के बाद डयूटी पर आए डाक्टर ने बच्ची का चेकअप किया। वहीं जब मीडिया कर्मियों ने जब डयूटी पर तैनात नर्सों से डाक्टर के बारे में पूछा तो स्टाफ ने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। जबकि रात्रि डयूटी पर तैनात चिकित्सक की डयूटी सुबह 9.30 बजे तक होती है। रात्रि डयूटी पर तैनात चिकित्सक को सुबह डयूटी आने वाले डाक्टर को चार्ज देकर छुट्टी करनी पड़ती है।
हैरानी इस बात की है कि रात्रि डयूटी पर तैनात चिकित्सक सुबह डयूटी आने वाले डाक्टर को चार्ज दिए बिना ही नदारद पाया गया। उधर इस बारे बीएमओ नालागढ़ कुलदीप जसवाल ने बताया कि बद्दी अस्पताल के प्रभारी अवकाश पर हैं उनके आने के बाद नदारद रही चिकित्सक के मामले की जांच की जाएगी। अगर कुछ गलत पाया गया तो सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।