शिमला (एमबीएम न्यूज): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आज शिमला शहर के 200 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक इलैक्ट्रोनिक चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार शहर में यातायात के बढ़ते दबाव को कम करने के प्रति वचनबद्ध है। इसी उद्देश्य से अनेक रज्जू मार्गों का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आंगतुकों की सुविधा के लिए टूटीकंडी से जोधा निवास तक रज्जू मार्ग का निर्माण किया जा रहा है। शीघ्र ही जाखू रज्जू मार्ग पर्यटकों के लिए आरंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 200 करोड़ रूपए की रज्जू मार्ग परियोजना चामुंडा मंदिर से हिमानी-चामुंडा के लिए निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा कि एक अन्य रज्जू मार्ग सराहन के बसाल कंडा के लिए भी विचाराधीन है, जो शिमला जिला के सराहन को किन्नौर के निचार घाटी को जोड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा, सडक़ प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में हैं। शिमला शहर के सभी मार्गों को पक्का किया गया है। उन्होंने नगर निगम प्रशासन को सडक़ किनारे यदि कोई अवैध कब्जे हैं, तो उन्हें हटाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गत अढ़ाई वर्ष के अपने शासनकाल के दौरान 21 कालेज आरंभ करने के अतिरिक्त लगभग 750 पाठशालाएं स्तरोन्नत व खोली हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों में विद्यार्थियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थान खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक ग्रामीण स्कूल में खेल अधोसंरचना विकसित की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी भवनों/कार्यालयों को शहर से बाहर स्थानांतरित किए जा रहे हैं। सरकार शहर में और पार्किंग स्थलों का निर्माण करने पर विचार कर रही है, ताकि स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को अपने वाहनों को खड़ा करने में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।