वी कुमार /मंडी
हिमाचल प्रदेश का आईपीएच महकमा स्टील फैब्रिकेटिड वॉटर टैंक की तरफ बढ़ने लगे हिमाचल के कदम के निर्माण की तरफ अग्रसर हो रहा है। इसके लिए विभाग पूरा खाका तैयार कर रहा है। इसमें कम लागत के साथ समय की भारी बचत होती है। इसलिए विभाग इस दिशा में आगे बढ़ने की सोच रहा है। क्या है स्टील फैब्रिकेटिड वॉटर टैंक, जानिए इस रिपोर्ट में। हिमाचल प्रदेश में सरकारी कार्यों की रफ्तार किसी से छुपी नहीं है।
आईपीएच विभाग की स्कीमों को बनते-बनते वर्षों बीत जाते हैं। खास तौर पर पानी के बड़े-बड़े टैंक बनाने में ही वर्षों का समय लग जाता है। ऐसे में अब आईपीएच विभाग स्टील फैब्रिकेटिड वॉटर टैंकों के निर्माण पर विचार करने लगा है। ट्रायल बेस पर सीएम के गृहक्षेत्र सराज के शैटाधार में पहला स्टील फैब्रिकेटिड वॉटर बनाया गया है। 50 हजार लीटर की क्षमता वाले इस वॉटर टैंक का निर्माण मात्र तीन दिनों में किया गया है।
यदि यही टैंक कंकरीट का बनाना होता तो शायद इसे भी महीनों लग जाते। इस टैंक में पूरी तरह से स्टील का इस्तेमाल किया गया है। टैंक इतना मजबूत है कि इसे 30 से 50 वर्षों तक कुछ नहीं हो सकता जबकि इसके मुकाबले कंकरीट से बने टैंक की लाईफ सिर्फ 30 वर्ष ही होती। इसके निर्माण में जहां कम समय लगा वहीं 15 से 20 प्रतिशत लागत भी कम आई। विदेशों सहित देश के कई राज्यों में इस तकनीक का काफी अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है।
आईपीएच मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के अनुसार उन्होंने विभाग के एक्सपर्ट को इसका पूरा खाका तैयार करने को कहा है। विभागीय इंजीनियरों से रिपोर्ट मांगी गई है कि क्या यह प्रयोग हिमाचल में सफल हो सकता है। पूरी जांच पड़ताल और तसल्ली के बाद ही विभाग इस प्रणाली को पूर्ण रूप से अपनाने की दिशा में आगे बढ़ेगा।उल्लेखनीय है कि पानी की बहुत सी योजनाएं निर्माण में देरी होने के कारण लटक जाती हैं और उसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ता है।
जबकि स्टील फैब्रिकेटिड टैंक के निर्माण में यह सबसे बड़ा प्लस प्वाईंट है कि इसमें समय न के बराबर लगता है। एक लाख लीटर की क्षमता वाला टैंक मात्र 3 से 4 दिन में बनकर तैयार हो जाता है। हालांकि अभी यह योजना पूरी तरह से एग्जामिन की जा रही है और उसके बाद ही विभाग इस पर कोई ठोस निर्णय लेकर आगे बढ़ने वाला है।
Latest
- कांग्रेस का मेनिफेस्टो सभी वर्गो के लिए, भाजपा का सिर्फ मोदी की गारंटी : पी चिदंबरम
- बिलासपुर में सुंदरकांड व पाठ के साथ मनाया गया हनुमान जन्मोत्सव
- हिमाचल में चार साल की मासूम से घिनौनी हरकत, FIR
- हनुमान जयंती पर जाखू मंदिर में लगाया दो क्विंटल रोट का भोग
- कुफरी घाटी में बुरांस के फूलों से सराबोर, पर्यटक उठा रहे लुत्फ