एमबीएम न्यूज़/नाहन
देश में मनरेगा से मजदूरों की आर्थिकी को मजबूत करने का दावा किया जाता है। मगर आप यह जानकर दंग रह जाएंगे कि सरकारी व्यवस्था में किस तरह से गरीब मजदूरों को शोषित किया जाता है। मामला संगड़ाह उपमंडल की गवाही पंचायत के कुफर कायरा गांव से जुड़ा हुआ है।
वित्तीय वर्ष 2015-16 के विकास कार्यों की मजदूरी आज दिन तक जारी नहीं हो पाई है। पंचायती राज मंत्री विरेंदर कंवर को संगड़ाह पहुँचने पर इस बाबत अवगत करवाया गया। लेखराम, वेद प्रकाश, सुरेंद्र, आत्माराम व सुरेश चंद्र इत्यादि ने कहा कि 2016 में भू-संरक्षण कार्य के अलावा गलियों को पक्का करने के साथ-साथ कॉपरेटिव सोसायटी के गोदाम का निर्माण किया गया था। लेकिन अब तक मजदूरी नहीं दी गई है।
मजदूरों का कहना है कि मस्टरोल पर उनका नाम अंकित था। इस बाबत संगड़ाह के विकास खंड अधिकारी से कई बार पत्राचार किया गया। लेकिन कोई भी तसल्ली बख्श जवाब नहीं दे रहा है। मजदूरों ने पंचायती राज मंत्री से तत्काल ही इस दिशा में ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है।