दीक्षा कश्यप /नाहन
विश्व की सबसे कठिन मैराथन “डेथ वैली रन” में हिस्सा लेने सिरमौरी गबरू सुनील शर्मा ट्रंप “अमेरिका” की धरती पर पहुंच गया है। सुनील गुरुवार रात्रि दिल्ली से रवाना हुए थे। 23 जुलाई से शुरू होने वाली “डेथ वैली रन” में हिमाचली सुनील अकेले भारतीय प्रतिभागी बताएं जा रहे हैं। अमेरिका में ही 15 दिन प्रैक्टिस करने की योजना बना कर गए है।

अमेरिका में विषम परिस्थितियों में इस दौड़ का अभ्यास कर मैदान में उतरेंगे। शुगलू ग्रुप के चेयरमैन एलडी शर्मा का सुनील की कामयाबी में बड़ा सहयोग है। संगड़ाह क्षेत्र के साधारण किसान परिवार से संबंध रखने वाले इस धावक की अटूट मेहनत व कामयाबी का सफर जारी है।
क्यों है वर्ल्ड की सबसे कठिन मैराथन
“डेथ वैली रन” को दुनिया की सबसे मुश्किल मैराथन इसलिए कहा जाता है, क्योंकि समुद्र तल के साथ मौजूद बैड वाटर नामक जगह से शुरू होने वाली इस दौड़ के लिए डेथ वैली के खतरनाक बिहड़ गुजरना पड़ता है। इस दौरान न्यूनतम तापमान माइनस 4 डिग्री व अधिक्तम 50 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहता है। आगामी 28, जुलाई को सुनील स्वदेश रवाना होंगे। सुनील शर्मा का कहना है कि 23 से 25 जुलाई तक अमेरिका में आयोजित होने वाली डेथ वैली रन में उत्कृष्ट प्रदर्शन उनका मुख्य लक्ष्य है।

48 घंटे तक चलने वाली 135 मील की इस मैराथन में दुनिया के चुनिंदा मैराथनर ही भाग ले सकते हैं। इससे पूर्व गत 10 जून को अफ्रीका में संपन्न दुनिया की सबसे पुरानी मैराथन कामरेड रन के दौरान सिरमौरी अल्ट्रा मैराथनर सुनील शर्मा ने 90 किलोमीटर की दूरी निर्धारित समय से दो घंटा 11 मिनट पहले पूरी की। कामरेड्स रन में स्टार ग्रुप बी में दौड़ रहे इस धावक ने विदेशी धरती पर आयोजित लंबी दौड़ को दूसरी बार तय समय से पहले पूरा करने में कामयाबी हासिल की।
ऐसे निभाते है सुनील सामाजिक जिम्मेदारी
21 व 22 अप्रैल 2018 को नाहन में 24 घंटे में 214 किलोमीटर की दूरी (ट्रेड मिल) तय कर जहां आर्थिक दृष्टि से कमजोर परिवारों के तीन मरीजों के ऑपरेशन के लिए चैरिटी जुटाने में कामयाबी हासिल की, वहीं स्टेडियम रन का पिछला रिकॉर्ड भी ब्रेक किया। इससे पहले भी द ग्रेट सिरमौर रन-1 में भी मरीजों के लिए चैरिटी जुटाई थी। उपमंडल संगड़ाह के गांव माईना से संबंध रखने वाले सुनील शर्मा को अंतरराष्ट्रीय स्तर की मैराथन के लिए स्पॉन्सरशिप मिलने अथवा उनकी कामयाबी का सिलसिला 4, अगस्त 2016 को संपन्न द ग्रेट इंडिया रन से शुरू हुआ।
ये भी कुछ खास उपलब्धियां
1480 किलोमीटर की इस मैराथन में सुनील अग्रणी धावक रहे तथा इसके बाद गत वर्ष वह बंगलुरु स्टेडियम रन के दौरान 24 घंटे में 192 किलोमीटर दूरी तय करने में प्रथम स्थान पर रहे। कारगिल इंटरनेशनल रन के दौरान गत वर्ष महज 22 घंटे 55 मिनट में 160 किलोमीटर दूरी तय कर भी वह अधिक ऊंचाई पर नया रिकॉर्ड बनाने में कामयाब रहे। गत 7 जनवरी को दिल्ली में आयोजित स्टेडियम के दौरान 24 घंटे में 180 किलोमीटर दूरी तय कर रनरअप रह चुके हैं।