एमबीएम न्यूज़/शिमला
हिमाचल प्रदेश ने देश में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पी.एम.एस.एम.ए.) के अंतर्गत अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) बीके अग्रवाल को शुक्रवार सांय नई दिल्ली में पीएमएसएमए के ‘आईप्लैजफॉर9’ अचीवर्स पुरस्कार समारोह में इस पुरस्कार से सम्मानित किया।
लाजमी तौर पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी अवार्ड प्रदान करते हुए गौरव महसूस कर रहे होंगे क्योंकि उनका अपना प्रदेश पुरस्कार हासिल कर रहा था। बीके अग्रवाल ने बताया कि भारत सरकार ने हिमाचल प्रदेश को पीएमएसएमए क्लीनिकों में सर्वाधिक गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच करवाने के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने यह अभियान अगस्त, 2016 में आरम्भ किया। इसके अन्तर्गत 495 पीएमएसएमए क्लीनिक स्थापित किए गए। प्रदेश सरकार अगस्त, 2016 से मई, 2018 तक पंजीकृत 1,28,058 गर्भवती महिलाओं में से 87414 (68.26 प्रतिशत) महिलाओं की पीएमएसएमए क्लीनिक में चिकित्सकों द्वारा प्रसव पूर्व जांच करवाने में सफल रही। यह अनुपात सर्वाधिक है।
हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य मानकों के संबंध में अग्रणी राज्यों में आता है। उन्होंने बताया कि पीएमएसएमए के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं की हर महीने की 9 तारीख को चिकित्सक द्वारा प्रसव पूर्व जांच की जाती है। इस उद्देश्य के लिए निजी क्षेत्र से स्वयं सेवा करने वाले चिकित्सकों पर विशेष बल दिया जा रहा है। विशेष पूर्व प्रसव जांच के दौरान उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित किया जाता है। इन महिलाओं का उपचार व मार्गदर्शन समय रहते किया जा सके, ताकि उनका प्रसव संस्थागत रूप से किया जा सके। इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दरों में कमी लाई जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि देश के निजी चिकित्सकों को भी 36 पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें से ज़िला मंडी के डॉ. जनदीप बंगा को विशिष्ठ सेवा के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उप आवासीय आयुक्त विवेक महाजन तथा राज्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अनादि गुप्त भी इस अवसर पर उपस्थित थे।