एमबीएम न्यूज़ / शिमला
नगर निगम की बैठक में शुक्रवार को खूब हंगामा हुआ। विपक्षी कांग्रेस पार्षदों ने ही नहीं सताधारी भाजपा पार्षदों ने भी सदन से वाकआउट कर दिया।बैठक शुरु होते ही विपक्षी कांग्रेस के पार्षदों ने मेयर कुसुम सदरेट और डिप्टी मेयर राकेश शर्मा के इस्तीफे की मांग करते हुए नारेबाजी करनी शुरु कर दी।
देखते ही देखते हंगामा इतना बढ़ गया कि कांग्रेस के पार्षद वेल में आकर बैठ गए और बाद में नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर चले गए। कांग्रेस पार्षदों का आरोप रहा कि मेयर व डिप्टी मेयर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में विफल रहे हैं। इनकी नालायकी से शहरवासियों को घोर जलसंकट का सामना करना पड़ा और एक महिला की जान गई। विपक्षी पार्षदों ने स्पष्ट किया कि जब तक मेयर व डिप्टी मेयर इस्तीफा नहीं दे देते, तब तक वे सदन चलने नहीं देंगे।
सदन में उस वक्त रोचक स्थिति पैदा हो गई, जब सत्तापक्ष यानी भाजपा के आधा दर्जन से अधिक पार्षदों ने भी वाकआउट कर दिया। वाकआउट करने वाले भाजपा पार्षदों में शैलेन्द्र चौहान, संजीव ठाकुर, आरती चौहान, किमी सूद, सत्या कौंडल, पूर्णमल सहित अन्य शामिल हैं।
पार्षद संजीव ठाकुर, आरती चौहान और शैलेन्द्र चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में निगम आयुक्त की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि निगम में अफसरशाही हावी है और पार्षदों को नजरअंदाज कर रहा है। इस वजह से उन्हें वाकआउट करना पड़ा। कोरम पूरा न होने के चलते सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।