वी कुमार/मंडी
बीती रात से हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश के कारण नदी-नालों के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी हो गई है। इसी कारण प्रदेश में बने बांधों के जलस्तर में भी भारी इजाफा हो गया है। जिला के तहत आने वाले पंडोह और लारजी बांधों में जलस्तर बढ़ने के कारण यहां से भारी मात्रा में पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा रहा है।
पानी छोड़ने का क्रम आज सुबह से शुरू हो गया है। लारजी बांध के अधिशाषी अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि बांध का जलस्तर बढ़ने के कारण दो गेट खोले गए हैं। जिसमें से 350 क्यूसेक पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ लारजी प्रोजैक्ट में जनरेशन का कार्य लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि जब तक बांध का जलस्तर सामान्य नहीं होता तब तक पानी छोड़ने का क्रम जारी रहेगा।
वहीं लारजी बांध से जो पानी छोड़ा जा रहा है। उसका असर इससे आगे बने पंडोह बांध पर पड़ रहा है। पंडोह बांध के जलस्तर में भी भारी इजाफा हो गया। जिसके चलते वहां से भी पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा रहा है।
बीबीएमबी के कार्यकारी अधिशाषी अभियंता राजेश हांडा ने बताया कि पंडोह बांध के दो गेट खोले गए हैं। यहां से 14000 क्यूसेक मीटर पानी ब्यास नदी में छोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि जलस्तर सामान्य होने तक यह क्रम जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि जलस्तर को सामान्य लाने के लिए बांध से और ज्यादा पानी भी छोड़ा जा सकता है।
दोनों बांधों के सायरन व्हीकल नदी किनारे एनएच पर पैट्रोलिंग कर रहे हैं। स्थानीय लोगों को और बाहर से आए पर्यटकों को नदी किनारे जाने से रोका जा सके।