एमबीएम न्यूज़ / कुल्लू
क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में पिछले 10 महीनों से दो पदों में से एक भी डॉक्टर नहीं होने को लेकर प्रसूता महिलाओं के सब्र का बांध टूट गया है। क्षेत्रीय अस्पताल में उपचराधीन प्रसूता महिलाओं ने सीएमओ कार्यालय का घेराब किया। सीएम टुअर पर होने के कारण बाद में कार्यकारी एमएस एमएल बंधु को भी घेरा। लेकिन उसके बावजूद भी महिलाओं ने कदम नहीं रोके और डीसी के दरबार पहुंच गई।
जहां उन्होंने समस्या डीसी कुल्लू युनूस को बताई। चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने कुछ दिनों के भीतर स्थाई तौर पर क्षेत्रीय अस्पताल में डॉक्टर तैनात नहीं किया तो आन्दोलन होगा। महिलाओं ने आरोप लगाया है। जिस डॉक्टर को निजी अस्पताल से सजेरियन और प्रसव करवाने के लिए बुलाया जा रहा है व बदतमीजी से बात करता है। जिसके चलते उस डॉक्टर को अस्पताल में बुलाने के बजाय स्थाई तौर पर डॉक्टर की तैनाती की जाए।
अस्पताल में उपचाराधीन खराहल की धर्मीला, बंजार की अंजू, राहला की निशा, गीता हलाण, सवित्रा, अनीता दोहरानाला, अमिता भुंतर, ओमा बंजार, ठाकरी देवी पढारणी, अमिता, ववीता, उर्मीला, गीतांजली हणोगी, किशू ठाकुर, तारामणी सैंज, तेजी देवी बंजार आदि महिलाओं का कहना है कि यहां प्रसूता महिलाओं के साथ सरेआम खिलवाड किया जा रहा है। महिलाओं अंजू, निशा, गीता, सवित्रा, अनीता, अमिता का कहना है कि प्रदेश सरकार कहां है जो एक डॉक्टर तैनात नहीं कर सकती। स्वास्थ्य सुविधाओं को घर द्वार तक पहुंचाने की बातें करने वाली सरकार को क्षेत्रीय अस्पताल की समस्या शायद दिखाई नहीं दे रही।