एमबीएम न्यूज़ /पावंटा साहिब
प्रदेश में निज़ाम बदलते ही सत्ताधारियों की मनमानी चर्म पर है। पांवटा साहिब में भाजपा समर्थित नगर परिषद की कार्यप्रणाली इन दिनों कटघरे में है। जिसे न तो नियमों की परवाह है और न ही प्रशासन का कोई खौफ। पहले ही लाखों के कथित गटका घोटाला को लेकर अपनी छवि को प्रदेशभर में बदनुमा कर चुकी नगर परिषद की दिन-प्रतिदिन नई से नई धांधलियां उजागर हो रही हैं। पिछले दिनों कसौली में सम्बन्धित अफ्सरों की मिलीभगत के चलते अवैध कब्ज़ों और फिर उन्हें छुडवाने को लेकर हुए गोलीकाण्ड से भी नगर परिषद सबक नहीं ले रही है।
नगर परिषद की ही पार्षद ने आरोप लगाया है कि करीब 4-5 वर्ष पहले खण्डहर हो चुकी ईमारत को अनसेफ घोषित कर खाली कराया गया था। जिसे सांझा किए अब किराये पर दे दिया गया है। वहीं अधिकारियों के मुताबिक अनसेफ घोषित हो चुकी ईमारत रिपेयर के बाद सेफ हो जाती है। शहर में कुछ वर्ष पहले खण्डहर को चुकी एक इमारत को अनसेफ घोषित कर खाली करा दिया गया था। नव-निर्मित यमुना पाथ-वे व नगर परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष के आवास के बीच स्थित जर्जर भवन को पिछले दिनों नगर परिषद द्वारा फिर से किराये पर दे दिया गया है।
इतना ही नहीं किरायेदारों द्वारा सरकारी भवन को पूर्ण रूप से पुनः रिपेयर भी किया जा रहा है। वार्ड नम्बर-5 की पार्षद हरविंदर कौर ने आरोप लगाया है कि केवल अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिये भाजपा पार्षदों द्वारा यह खण्डहर पुनः किराये पर दिया गया है। जनरल हाऊस में केवल एक गरीब व्यक्ति को स्नैक्स व चाय की रेहडी के लिए जगह देने की बात रखी गई थी। लेकिन उक्त व्यक्ति किस अधिकार से पूरी खण्डहर हो चुकी ईमारत का कायाकल्प कर सम्पूर्ण नक्शा बदलने में लगा है। यह जांच का विषय है। ऐसे में सबसे बडा सवाल यह उठता है कि जो भवन करीब 4-5 साल पहले खण्डहर हो चुका था।
उसकी तमाम दीवारों और खंबों में दरारें आ चुकी थी। अब इतने वर्षों बाद दोबारा सेफ कैसे हो गया? मान भी लिया कि नगर परिषद ने आय अर्जित करने हेतु खण्डहर किराये पर दे भी दिया। परंतु सरकारी भवन को रिपेयर कर उसका तमाम नक्शा बदलने का अधिकार आम आदमी को किसने दिया? नगर परिषद कार्यकारी अध्यक्ष सूरत सिंह नेगी ने बताया कि हाऊस में ईमारत किराये पर दिये जाने की बात रखी गई थी। जिसका 6000 प्रतिमाह किराया निर्धारित किया गया है।
उन्हें जानकारी नहीं थी कि ईमारत को पहले अनसेफ घोषित किया गया था। फ़िलहाल ईमारत की रिपेयर किरायेदार द्वारा ही कराया जा रहा है जिसके बाद वह सही हालत में होगी।
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