एमबीएम न्यूज़/शिमला
गुड़िया कांड से जुड़े सूरज लॉकअप हत्या केस में जेल में बंद पूर्व आईजी एच ज़हूर जैदी सहित नौ पुलिस वालों को शुक्रवार को यहां सीबीआई के जज वीरेंद्र ठाकुर की कोर्ट में पेश किया गया। आरोपियों की पैरवी करने के लिए कोर्ट में आज भी कोई वकील नहीं पहुंचा। इस पर कोर्ट ने आरोपियों को अपना केस लड़ने के लिए वकील का इंतज़ाम करने को कहा। साथ ही कोर्ट ने आरोपियों को लीगल एडवाइस देने के लिये एक सरकारी वकील देने के भी निर्देश दिये।
मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट में एक निजी दूरसंचार कम्पनी का नोडल अधिकारी भी पेश हुआ और आरोपियों को CDR की कॉपी मुहैया करवाई गई। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 09 जुलाई को होगी। तब तक आरोपी न्यायिक हिरासत में ही रहेंगे।
यहां बताते चलें कि गुड़िया मामले में हिमाचल पुलिस की एसआईटी द्वारा गिरफ्तार किए गए एक आरोपी सूरज की बीते वर्ष जुलाई माह में कोटखाई थाने के लाॅकअप में मौत हो गई थी। तत्कालीन आईजी जहूर जैदी के नेतृत्व वाली एसआईटी पर सूरज की सूनियोजित तरीके से हत्या करने का आरोप लगा।
हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की और 29 अगस्त को पूर्व आईजी जहूर जैद्दी सहित 8 पुलिस वालों को गिरफ्तार किया। इसके बाद 16 नवंबर को शिमला के पूर्व एस.पी. डीडब्लूय नेगी को गिरफ्तार किया गया था। सभी अभियुक्तों के खिलाफ सीबीआई द्वारा सक्षम अदालत में चालान दाखिल किया जा चुका है।