वी कुमार/मंडी
धर्मपुर उपमंडल के तहत आने वाले गरली गांव के पास वीरवार को स्कूल वैन दुर्घटना में घायल छात्र अरमान ने चालक की लापरवाही को बयां किया है। बीती रात परिवहन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर घायल बच्चों का हाल जानने जोनल अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने परिजनों से भी बात की और घायल बच्चों से भी। हाथ में कॉपी पैन पकड़कर मंत्री ने खुद बच्चों और अभिभावकों के बयान दर्ज किए।
हादसे में घायल छात्र अरमान ने परिवहन मंत्री को बताया कि वो वैन में फ्रंट सीट पर बैठा हुआ था। उसके साथ दो छोटे-छोटे बच्चे भी बैठे हुए थे। परीक्षा समाप्त होने के बाद सभी बच्चे अपने घरों की तरफ जा रहे थे। पीछे वाली सीट पर बैठे बच्चे शोर कर रहे थे। चालक बार-बार उनकी तरफ देख रहा था। अरमान ने चालक को सड़क पर ध्यान केंद्रीत करने को भी कहा, लेकिन उतने में वैन खाई में जा गिरी। इस हादसे में 11 बच्चे घायल हुए हैं जबकि एक बच्ची की मौत हो गई है।
घायल छात्र अरमान ने बताया कि स्कूल वैन को कोई और अंकल चलाते हैं। उन्हें टांग पर फोड़ा होने के कारण एक सप्ताह से वो अपने बेटे को भेज रहे थे। वहीं परिहवन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर ने घायल चालक का हाल भी जाना। इस चालक को परिजन सरकाघाट अस्पताल से अपनी मर्जी से उपचार करवाने के लिए कहीं ले गए थे। बाद में इसे जोनल अस्पताल मंडी ले आए।
हालांकि घायल चालक इस हालत में नहीं था कि वो किसी से बात कर सके। उसकी मां ने परिवहन मंत्री से बात की। मंत्री के पूछने पर महिला ने अपने बेटे की उम्र 18 साल बताई। साथ ही यह भी बताया कि अभी हाल ही में उसका बेटा 12वीं की परीक्षा पास करके आया है। परिवहन मंत्री गोबिंद सिंह ठाकुर ने घायल चालक के उपचार में भी पूरी तेजी लाने को कहा। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने माना कि स्कूल परिवहन सुविधा के नाम पर लूट-खसूट मचा रहे हैं। इस पर भी उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। बता दें कि इस हादसे के कारण एक बार फिर सड़क सुरक्षा के दावों की पोल खुल रही है। लोगों में भी अभी चेतना का भारी अभाव नजर आ रहा है। चार पैसे बचाने के चक्कर में वैन के मुख्य चालक ने अपने बेटे के हाथ गाड़ी सौंपकर इन बच्चों को कभी न भूलने वाला दर्द दे दिया।