एमबीएम न्यूज/नाहन
वीरवार को शहर के लोग यह नहीं समझ पा रहे थे कि आखिर बाजार में अधिकतर दुकानें बंद क्यों पड़ी हुई हैं। जबकि दो दर्जन के आसपास दुकानदारों ने रोजाना की तरह दुकानें खोली हुई थी। इस सवाल का जवाब एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने तलाशने का प्रयास किया। पता चला कि आबकारी व कराधान विभाग की टीम बाजार में जीएसटी व अन्य चैकिंग के मकसद से निकली थी। इसके बाद अचानक ही दुकानें बंद होने लगी, क्योंकि जीएसटी का नंबर डिस्प्ले न होने की सूरत में 25 हजार रुपए का नुकसान हो सकता था।
दरअसल दो दर्जन के आसपास वो दुकानें धड़ल्ले से खुली रही, जो देश के नामी गारमेंट उत्पादक कंपनी अमूल माचो के रिटेलर हैं। दरअसल कंपनी ने अपने रिटेलर्स को अपने ही खर्च पर डिस्प्ले बोर्ड मुहैया करवाए हैं, जिस पर जीएसटी से जुड़ी जानकारी अंकित की गई है। यह अलग बात है कि शाम तक वो दुकानें भी खुल गई थी, जिन्होंने जीएसटी से जुड़ी जानकारी को डिस्प्ले नहीं किया था।
यह भी जानकारी मिली है कि विभाग को इस सवाल का भी जवाब तलाश करना था कि आखिर बाजार में पिछले सालों की तुलना में दुकानदारों का टर्नओवर क्यों घट रहा है। उधर आबकारी व कराधान विभाग के सहायक आयुक्त जीडी ठाकुर का कहना था कि नियमित तौर पर निरीक्षण जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि कुछ दुकानदार जीएसटी के प्रावधानों की अनुपालना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय टीम भी इस बारे अपने स्तर पर निरीक्षण कर सकती है।