सुजानपुर में काम करने वालेएसडीएम का तबादला कर दिया जाता है। ऐसा एक बार नहीं बार-बार देखने को मिला है। जब भी कोई अधिकारी शहर की किसी समस्या को सुलझाने की कोशिश करता है। उसी दौरान फरमान सामने आता है, कि एसडीएम का तबादला हो गया। ऐसे तबादलों ने सुजानपुर शहर की समस्याएं जो हल होने के करीब पहुंचती हैं। उन पर पूरी तरह पानी फेर दिया है।सुजानपुर कसबे का विहंगम दृश्य
इन तबादलों में सबसे हैरानी की बात यह है, कि दोनों ही सरकारें भाजपा एवं कांग्रेस एक ही इरादा लेकर ऐसे कार्य को अंजाम देती है । बहरहाल सुजानपुर शहर से एसडीएम सुजानपुर वीरेंद्र शर्मा का तबादला कर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी हमीरपुर का कार्यभार सौंपा है। उनके स्थान पर शिव देव सिंह सुजानपुर में बतौर एसडीएमअपनी सेवाएं देंगे। शिव देव सिंह इससे पहले सुजानपुर में तहसीलदार पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। ऐसे में उन्हें सुजानपुर का खासा अनुभव है।
पुराने उप मंडल अधिकारियों के छोड़े गए कार्यों को कितना का पूरा करते हैं। समस्याओं का समाधान कितना होता है यह तो देखने वाली बात होगी । लेकिन सुजानपुर उपमंडल पर दोनों ही सरकारों ने एक प्रश्न लाकर खड़ा कर दिया है कि सुजानपुर शहर का जो भी अधिकारी शहर की किसी समस्या को हल करने की कोशिश करेगा उसका तबादला कर दिया जाएगा। ऐसे फरमान नए एसडीएम पर क्या रंग दिखाते हैं।
यह भी देखने वाली बात होगी। बताते चलें कि पूर्व में रही कांग्रेस सरकार के दौरान उस समय सुजानपुर उपमंडल में एसडीएम के पद पर बलवान चंद मण्डोत्रा ने सेवाएं देना शुरू की थी और उन्होंने शहर की पुरानी एवं आवश्यक मांग जिसमें शहर में विस्थापित सभी खोखा एवं रेहडी धारकों को खोखे बना कर देने का कार्य करना प्रारंभ किया था और इस कार्य को उन्होंने मूल रूप तक पहुंचा भी दिया था। भूमि स्थानांतरण कार्य से लेकर शिलान्यास प्रक्रिया को भी उन्होंने पूरा करवाया था।
लेकिन यह कार्य उस समय की कांग्रेस सरकार को पसंद नहीं आया और उन्होंने उनका तबादला करवा दिया। उसके बाद विजय कुमार धीमान ने सुजानपुर उपमंडल में बतौर उपमंडल अधिकारी सेवाएं देना प्रारंभ की उन्होंने भी सुजानपुर शहर के ज्वलंत मुद्दों को सुलझाने की कोशिश की जिसमें मुख्यता सुजानपुर शहर में वनवे योजना को लागू करना मुख्य बाजार से लोहे के संगल हटवाना प्रमुख कार्य किए थे। लेकिन उसके बाद उनका तबादला कर दिया। वर्तमान में सेवाएं दे रहे एसडीएम वीरेंद्र शर्मा ने भी शहर की अत्यंत महत्वपूर्ण एवं जरूरतमंद कार्य को करने का बीड़ा उठाया था।
उन्होंने हाल ही में सुजानपुर ग्राउंड की कायाकल्प करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य शुरू किया। ग्राउंड के रख-रखाव को लेकर अनेक योजनाएं बनाई और उन्हें धरातल पर उतारने का कार्य भी किया। लेकिन ग्राउंड कायाकल्प का कार्य अभी शुरू भी नहीं हुआ और सत्तासीन भाजपा सरकार में उनके तबादले का फरमान जारी कर दिया।
गौरतलब है कि तीनों ही एचएसएस अधिकारियों ने अपना फायदा ना देखते हुए केवल और केवल शहर की समस्याओं को सुलझाने का बीड़ा उठाया। लेकिन उसके बावजूद उनको तबादले की मार सहनी पड़ी। तबादलों की इस उधेड़बुन में सुजानपुर शहर की समस्या वैसी की वैसी ही रह गई । अब ग्राउंड का कायाकल्प होगा या नहीं यह सबसे बड़ा सवाल है।