नाहन: भारी बारिश के चलते पांवटा साहिब के कुंडियों ग्राम पंचायत के तहत आने वाले टोका नगला, गुलाब गढ सहित आधा दर्जन गांव में किसानों की फसलों पर तबाही मचा दी है। मूसलाधार बारिश को हलके बादल फटने की घटना से भी जोडकर देखा जा रहा है क्योंकि घटना मेें किसानों की धान की फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई है। साथ ही कच्चे मकान व ओबरे क्षतिग्रस्त हुए है। फिलहाल प्रशासन नुक्सान का जायजा लेने में जुटा हुआ है। जानकारी के मुताबिक इस मौसमी मार से क्षेत्र के 50 परिवारों को करीब लाखों रूप्ये का नुक्सान फसल के नुक्सान की एवज में उठाना पडेगा। बीते 24 घंटो से रूक-रूककर हो रही बारिश ने पांवटा साहिब मंे तबाही का मंजर दिखाया है। स्थानीय किसानों की मानें तो यहां 200 से अधिक भूमि पर लगी धान, मक्की की फसल बरसात की भेंट चढ गई है। किसानों के मुताबिक यहां कई टन धान का उत्पादन होता है जिससे लाखों रूप्ये की आमदनी होती है। प्रशासन की तरफ से कोई उच्च अधिकारी तो नहीं पहुंचे मगर हलका पटवारी ने नुक्सान का जरूर जायजा लिया है। उन्होनें किसानों के मुआवजा दिलाए जाने की बात कही है। वहीं भारी बारिश से हुए नुक्सान के लिए कांग्रेस ने सतारूढ सरकार को दोषी ठहराया है। मौके पर पहुंचे कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी किरनेश जंग ने कहा कि क्षेत्र की सबसे बडी परियोजना बाता नदी का तटीयकरण सही ढंग से नहीं किया गया जिस कारण किसानों को यह नुक्सान हुआ है। उन्होनें प्रदेश सरकार से उचित मुआवजा देने की बात कही है। गौर हों कि हाल ही मंे बाता नदी पर तटीयकरण का काम सतारूढ सरकार द्वारा करवाया गया है जिस पर करोडों रूप्ये की राशि खर्च की गई है।
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