हमीरपुर(एमबीएम न्यूज़): हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी तथा ठाकुर जगदेव चंद स्मृति शोध संस्थान नेरी द्वारा संयुक्त रूप से ठाकुर राम सिंह राज्यस्तरीय जयंती समारोह के अवसर पर उद्घाटन समारोह में प्रो.प्रेम कुमार धूमल मुख्यातिथि रहे।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ठाकुर रामसिंह एक प्रख्यात इतिहासविद् तथा पारम्परिक लोक संस्कृति के विद्वान् थे। ठाकुर राम सिंह ने भारतीय इतिहास को वास्तविक घटनाओं के आधार पर लिखे जाने के लिए जन जागरण का अभूतपूर्व अभियान चलाया और इस योजना में हिमाचल प्रदेश तथा भारत के अनेक विद्वानों को इतिहास लेखन के लिए प्रेरित किया।
प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि शोध संस्थान नेरी द्वारा अपनी स्थापना के कुछ ही वर्षों में पुस्तक प्रकाशन तथा साहित्य आयोजन आदि कार्यक्रमों के माध्यम से विशेष प्रगति की है। ठाकुर राम सिंह राज्यस्तरीय जयन्ती समारोह के अवसर पर शोध संस्थान नेरी के निदेशक चेतराम गर्ग ने संस्थान की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि इस संस्थान द्वारा इतिहास दिवाकर शोध पत्रिका का नियमित प्रकाशन किया जा रहा है। जिसमें इतिहास तथा लोक साहित्य से सम्बन्धित अनेक विषयों पर विद्वानों के शोध आलेख प्रकाशित हो रहे हैं।
संस्थान द्वारा एक शोध पुस्तकालय की स्थापना भी गई है ताकि शोधार्थियों को साहित्य तथा संदर्भ ग्रन्थ उपलब्ध हो सकें। संस्थान द्वारा शोधार्थियों को छात्रवृति तथा आवासीय व्यवस्था उपलब्ध करवाए जाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ठाकुर रामसिंह जी द्वारा सुझाए गए विषयों के अनुरूप विभिन्न महत्वपूर्ण शोध कार्य संस्थान द्वारा प्रारंभ किए जा रहे है। इस अवसर पर उद्घाटन समारोह के अध्यक्ष तथा संस्थान के निदेशक सुदर्शन गुप्ता ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर जी का संस्थान की ओर से ठाकुर रामसिंह राज्यस्तरीय जयन्ती समारोह हिमाचल अकादमी की ओर से प्रतिवर्ष मनाए जाने की घोषणा का स्वागत किया तथा कहा कि सरकार द्वारा यह आयोजन नेरी में किया गया है, यह शोध संस्थान के लिए गौरव तथा प्रसन्नता का विषय है।
समारोह के द्वितीय सत्र में भाषा संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक राकेश कोरला की अध्यक्षता में कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ। इस मौके पर राकेश कोरला ने कहा कि लेखक एवं कवि अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज के सही चित्र को प्रस्तुत करते हैं तथा सामाजिक विसंगतियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए पाठकों तथा श्रोताओं का मार्गदर्शन भी करते हैं।