घुमारवीं (सुभाष कुमार गौतम): हिमाचल प्रदेश के राष्ट्रीय उच्च मार्ग शिमला-धर्मशाला नेशनल हाईवे पर स्थित यह डंगाार चौक सबसे खतरनाक चौराहों में शामिल है। ग्राम पंचायत डंगाार में पड़ने वाले इस चौक पर हालत इतनी गंभीर है कि वाहनों व पैदल चलने वालों की आवाजाही इतनी रहती हैं कि यहां कभी भी कोई भी घटना हो सकती है।
सबसे खास बात यह है कि यहां नेशनल हाईवे पर दोनों ओर से सड़कें मिलती हैं, जिसके कारण यहाँ किसी भी घटना का खतरा और भी बढ जाता है। इतना ही नहीं यहाँ कुछ ही दूरी पर राजकीय प्राथमिक पाठशाला व वरिष्ठ पाठशाला है, जहां रोज़ाना छोटे-छोटे बच्चे हर दिन इस रोड को क्रास करते हैं और भारी वाहनों के बीच जान जोखिम में डाल कर स्कूल तक पहुँचते है।
सबसे बड़ी हैरानी की बात यह है कि नेशनल हाईवे पर इतना खतरनाक चौराहा होने के कारण यहाँ राष्ट्रीय मार्ग को दर्शाने वाली कोई चीज़ नहीं है, न तो यहाँ जैबरा क्रासिंग है, न कोई स्पीड ब्रेकर है और न कोई स्कूल का साईन बोर्ड है, जिसके कारण यहाँ हर समय बड़ी दुर्घटना का खतरा बना रहता है।
इस समस्या को देखते हुए स्थानीय व्यापारियों सुंदर राम, पवन कुमार दाता, राम, पृथ्वी सिंह, विनोद कुमार, जगदीश, जयवंत सिंह, रवि कुमार, राज कुमार, मनोहर लाल, रतन लाल, अमर सिंह, अनिल कुमार ने मांग की है कि नेशनल हाईवे पर अचानक हो रही दुर्घटनाओं को देखते हुए इस चौक पर जैबरा क्रासिंग व स्कूल के साईन बोर्ड व लिंक रोड पर स्पीड ब्रेकर लगाए जाए, ताकि पैदल चलने वालों व स्कूल के बच्चों को किसी भी तरह की कोई परेशानी न उठानी पड़े।