बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : घुमारवी क्षेत्र में कुछ निजी बसे अपने निर्धारित रूट पर न जाकर दूसरे रूट से होकर जा रही हैं। यह सब प्रशासन व संबधित विभाग की मिलीभगत से हो रहा है तथा जिसका खामिजाना ग्रामीण क्षेत्रों के लोगो को भुगतना पड़ रहा है।
यह निजी बसे काफी समय से ग्रामीण क्षेत्रों से न होकर हाईवे पर ही दौड़ रही हैं, जिससे गांव के लोग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं। इन ग्रामीण इलाके के लोगो को कभी भी जरूरत पड़ने पर टैक्सी वालो का मजबूरन सहारा लेना पड़ता है। जहाँ यह लोग दस या बीस रूपये मे पंहुच सकते हैं वहां इन लोगो को दो सौ से चार सौ रूपये खर्च कर अपने गतब्य मे पंहुचना पड़ता है।
गांव के लोगो ने प्रशासन के पास कुछ समय पहले शिकायत भी की थी, तो कुछ समय समस्या का समाधान हो पाया था, अब स्थिति पहले के जैसी ही हो गई है। प्रशासन भी निजी बसो के मालिको की तूती ही बोलता है और कार्यवाही करने से हमेशा कतराता है। यह सब धंधा संबधित विभाग व स्थानीय प्रशासन के नाक तले चला हुआ है तथा प्रशासन मूक बधिर व दर्शक बनकर रह गया है।
जिला बिलासपुर में लगभग तीन सौ निजी बसे हैं जो ग्रामीण व दूसरे क्षेत्रो से होकर लोगो को सुविधा प्रदान कर रही हैं तथा कुछ बसे ऐसी भी है, जो अपने रूट परमिट,जो उनको दिया गया है ,पर न चलकर दूसरी सड़को से होकर जा रही हैं। जहाँ कही दूसरी सड़को से यह निजी बसे गुजरती हैं तो उन्ही सड़को से स्थानीय प्रशासन व जिला प्रशासन की गाड़ीया भी दौड़ रही हैं ,पर प्रशासन इन निजी बसो के मालिको से बोलने से भी कतरा रहा है।
गांव के लोगो ने प्रशासन को पहले भी चेताया था कि जो रूट निजी बस मालिको को दिए गए है उन्ही पर ही गाड़ीयाँ चलाई जाए,पर प्रशासन लोगो को झूठा आश्वासन देकर गुमराह कर रहा है । यह सब प्रशासन की ढील है कि यह हो रहा है और प्रशासन जान कर भी अनजान बना हुआ है।