हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : उपमंडल नादौन के एक सरकारी स्कूल में कार्यरत दो अध्यापिकाओं को एक अध्यापिका के साथ उचित व्यवहार न करना उस समय मंहगा पड़ा, जब उक्त अध्यापिका ने प्रकरण की शिकायत पुलिस में करने की ठान ली। बड़ी मुश्किल से स्कूल स्टाफ तथा प्रधानाचार्य महोदय के प्रयासों से मामला सुलझा।
पता चला है कि एक अध्यापिका को उस समय मानसिक प्रताडऩा झेलनी पड़ी जब अन्य दो अध्यापिकाओं ने उसे स्कूल परिसर में सफाई व्यवस्था का दोषी ठहराया जाने लगा इतना ही नहीं अध्यापिका की मानें तो उसने यह भी आरोप लगाया कि उसे इन दो अध्यापिकाओं द्वारा कई बार जातिसूचक शब्दबाणों का भी सामना करना पड़ा है।
पीडि़त अध्यापिका ने तंग आकर शुक्रवार को इसकी शिकायत पुलिस से करने का मन बना लिया और उसने अन्य अध्यापकों व अपने पति को इस बारे सूचित भी कर दिया। जब इस बारे स्कूल के प्रधानाचार्य का पता चला तो उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्कूल मं ही इसे सुलझाने का प्रयास आरंभ कर दिया। उन्हें पता था कि यदि जातिसूचक मामले में शिकायत दर्ज हो गई तो बात कहां तक जा सकती है इतना ही नहीं आरोप सिद्ध होने पर क्या कार्यवाही हो सकती है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए स्कूल में पूरा दिन मान मनौव्वल का दौर चलता रहा।
पीडि़त अध्यापिका को मनाने का क्रम लगातार जारी रहा। अंत में पीडि़ता ने यह भरोसा दिला दिया कि वह पुलिस तक इस मामले को नहीं ले जाएगी वहीं अन्य दोनों अध्यापिकाओं ने भी क्षमा मांगने में ही भलाई समझी और लिखित तौर पर भरोसा दिलाया कि वह आगे से ऐसा नहीं करेंगी। घटना की क्षेत्र भर में काफी चर्चा है। स्कूल के प्रधानाचार्य ने बताया कि मामले को स्कूल में ही सुलझा लिया गया है तथा दोनों ही अध्यापिकाओं को कड़ी चेतावनी दी गई है।