नाहन (एमबीएम न्यूज): हरेक क्षेत्र में आज भी कला के अदभुत महारथी मौजूद हैं। आप यह जानकर हैरान होंगे कि सडक़ निर्माण के दौरान एक चट्टान तीखे मोड़ की चौड़ाई के आड़े आ गई। बिरला पंचायत के अंबली गांव को कसोगा से जोड़ा जा रहा था। चट्टान को तोडऩे में जेसीबी ने जवाब दे दिया। फिर 48 साल के मिस्त्री ज्ञान चंद ने इस कार्य को करने का जिम्मा संभाला तो हर कोई आश्चर्यचकित था, क्योंकि कार्य असंभव सा लग रहा था।
आप यह जानकर भी दंग होंगे कि चार दिन की कड़ी मशक्कत के बाद ज्ञान चंद ने तीखे मोड़ को चौड़ा कर दिया है। इसके लिए ज्ञान चंद ने घन, जब्बल, आड्डू, छैनी व हथौड़े इत्यादि उपकरणों का इस्तेमाल किया। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने जब ज्ञान चंद से पूछा तो उन्होंने बताया कि पहले इससे भी कठिन कार्य कर चुके हैं। पत्थरों को तोडऩे में 20 साल के अनुभवी ज्ञान चंद का कहना है कि इस क्षेत्र में अपने गुरु से मिले ज्ञान के बूते ही इस कार्य को करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि अपने घर के लिए ही सडक़ का निर्माण हुआ तो पूरी जुगत लगाकर इसे पूरा करने की ठानी थी।
उधर क्षेत्र के युवा किशोर शर्मा का कहना है कि 48 साल के ज्ञान चंद पत्थरों को तोडऩे में जबरदस्त माहिर हैं। सडक़ का निर्माण पंचायत ने करवाया है, लेकिन पत्थरों के अड़ जाने से वाहन सुरक्षित तरीके से नहीं गुजर पा रहे थे।