नाहन (एमबीएम न्यूज): चंद माह पहले पुलिस, शहर में देहली गेट के समीप से गहने चोरी के मामले को सुलझाने में सफल हो गई थी। राजस्थान के अलवर से एक युवती पूजा को गिरफ्तार किया गया। चाहती तो पुलिस खामोश हो सकती थी, क्योंकि एक शातिर चोरनी को पकडऩा ही बड़ी उपलब्धि था, लेकिन आरोपी चोरनी पूजा से मिली सूचनाओं के आधार पर पुलिस एक्टिव मॉड में ही रही।

अब नतीजा यह सामने आया है कि जिस लक्ष्मी को उत्तराखंड की देहरादून पुलिस तलाश कर रही थी, उस शातिर चोरनी को नाहन पुलिस के एसआई युद्धवीर सिंह, पीओ सैल व साइबर सैल के संयुक्त प्रयास से दबोच लिया गया है। पुलिस के मुताबिक उत्तर प्रदेश में मुख्य सरगना लक्ष्मी के ठिकानों पर लगातार दबिश दी जाती रही,लेकिन स्थानीय स्तर पर मदद न मिलने के कारण निराशा ही हाथ लगती रही। पुलिस ने मुख्य सरगना पर जबरदस्त दबाव बना रखा था, लिहाजा वो अपनी जमानत लेने के लिए इधर-उधर भटकती रही।
कुछ दिन पहले जिला व सत्र न्यायधीश की अदालत से लक्ष्मी की जमानत याचिका रिजेक्ट करवाने में पुलिस कामयाब रही। इसके बाद मुख्य सरगना ने हिमाचल हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की। हाईकोर्ट ने भी आज लक्ष्मी की जमानत याचिका रिजेक्ट कर दी। मुस्तैद पुलिस ने पहले ही लक्ष्मी को गिरफ्तार करने का जाल बिछा रखा था। लिहाजा गिरफ्त में आ गई।
एसपी रोहित मालपानी ने पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी महिला ने रूडक़ी में भी गहने चोरी करने की कई वारदातों को अंजाम दिया है, जो देहरादून पुलिस को भी वांछित है। सनद रहे कि यह गैंग दुकानों से शातिराना तरीके से गहने चोरी करने में माहिर है। पहले एक सदस्य द्वारा छोटे-छोटे गहनों को मुंह में डाल लिया जाता है। इसके बाद शातिराना तरीके से अपने कपड़ों में छिपाया जाता है।