हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़): उपमंडल नादौन की किटपल पंचायत के अंसरा चेली गांव के मुनीष की डयूटी के दौरान हुई मौत के बाद मंगलवार दोपहर बाद राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पूर्व जब सैनिक मुनीष का शव लेकर उसके घर पर पहुंचे तो घर में माहौल गमगीन हो गया। उसकी माता सीमा देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। यह दृश्य देख कर हर किसी की आंख नम हो गई।
मुनीष का परिवार बेहद गरीबी की हालत में गुजर बसर कर रहा है। शव लेकर पहुंचे 16 पंजाब द्वितीय के नाइब सूबेदार सुखविंदर सिंह, राजीव, विनीत, संजीव आदि ने बताया कि मुनीष पन्द्रह दिन पूर्व ही प्रदेश के लाहौल – स्पीती में चीन के बार्डर पर समदो में तैनाती के लिए आया था।
इस दौरान वह कालका कैंप से रवाना होकर दो दिन के लिए झाकड़ी में तथा तीन दिन के लिए पूह में रूका था। उसके बाद उसे समदो में तैनात किया गया था। मुनीष को इस दौरान ठंड में रहने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा था परंतु उसे बर्फीली ठंड लग गई। बीमार होने पर पहले उसे पूह के असपताल में रखा गया। उपचार के दौरान वह ठीक भी हो गया था और शुक्रवार को उसे छुट्टी दी जानी थी परंतु इसी दिन जब वह अपने सीओ रमेश डाबर से बात कर रहा था और वह उसे कुछ दिनों के लिए घर जाकर आराम करने की सलाह दे रहे थे तो इसी दौरान वह अचानक बेहोश हो गया। मुनीष को तुरंत हैलीकाप्टर द्वारा चँडी मंदिर में स्थित सेना के अस्पताल में पहुंचाया गया।
जहां कुछ दिन बाद उसकी मौत हो गई। उसके बाद उसके शव को घर पर भेजा गया। मंगलवार को जालंधर से कैप्टन मयंका अशोक की अगुवाई में आई ईएमटी बटालियन की टुकड़ी ने मुनीष को अंतिम सलामी दी। मुनीष की चिता को उसके भतीजे विशाल ठाकुर ने मुख्याग्रि दी। इससे पूर्व सैनिकों ने तिरंगा मुनीष के पिता हरनाम सिंह को सम्मान सहित सौंपा। मुनीष का बड़ा भाई अजय की सेना में भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। मुनीश को प्रशासन की ओर से एसडीएम नादौन अमित मेहरा ने श्रद्धांजली दी इसके अलावा विधायक विजय अग्रिहोत्री, बीडीसी चेयरमैन सुनील शर्मा, सहायक थाना प्रभारी राजेश कुमार सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।