ऊना (एमबीएम न्यूज़): उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी मंदिर न्यास से गरीबों को मिलने वाली मदद पर चुनाव आचार संहिता का ग्रहण लग गया है। जिसके चलते गरीबों को मंदिर ट्रस्ट से मिलनी वाली समय पर नहीं मिल पा रही है। चुनाव आचार संहिता को लंबा खींचने के कारण मंदिर न्यास लड़कियों की शादी में मिलने वाली मदद को रोका हुआ है। अब चुनाव आचार संहिता के खत्म होने के बाद ही इसे पुन: शुरू किया जाएगा।
बता दें कि मंदिर न्यास की ओर से आईआरडीपीए अंतोदय व गरीब परिवारों की कन्याओं की शादी में आर्थिक तौर पर मदद की जाती है, वही सामान देकर भी मदद होती है। ऐसे में मंदिर में अनेक जरूरतमंद रोजाना पहुंच रहे हैं, लेकिन चुनाव आचार संहिता का हवाला देकर उन्हें वापिस किया जा रहा है। चुनाव आचार संहिता के बीच इस प्रकार की मदद नहीं दी जा सकती है। ऐसे में चुनाव आचार संहिता के पालन के लिए इसे रोका गया है।
9 नवंबर को मतदान खत्म होने के बाद भी रोक जारी है, क्योंकि चुनाव आचार संहिता मतगणना के बाद खत्म होगी। 18 दिसंबर को मतगणना होनी है और 20 दिसंबर को आचार संहिता खत्म होगी। ऐसे में तब तक राहत के लिए इंतजार ही करना पड़ेगा। हालांकि अब इस मदद का किसी भी रुप से चुनाव पर असर नहीं पडऩा है। बावजूद इसके अधिकारी चुनावी प्रक्रिया के कोई भी रिस्क नहीं ले रहे हैं।
डिपुओं में नहीं मिल रहा राशन आईआरडीपी परिवार से संबंधित लोग जहां मंदिर से मिलने वाली सहायता से महरूम हैं। वहीं डिपूओं में राशन भी नहीं मिल पा रहा है।
ऐसे में गरीब परिवार को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कुछ लोगों ने चुनाव आयोग से बेटी की शादी में दी जाने वाली आर्थिक सहायता दी जाने की अपील की है, ताकि गरीब की बेटी की शादी में मिलने वाली सहायता से वंचित न रहे सके।
क्या कहते हैं मंदिर अधिकारी
चिंतपूर्णी मंदिर अधिकारी प्रेम कुमार शर्मा का कहना है कि चुनाव आचार संहिता के चलते स्थायी रूप से मंदिर न्यास द्वारा यह मदद रोकी गई है। चुनाव आचार संहिता हटते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा।