बिलासपुर(सुभाष कुमार गौतम): 14 नवंबर को हृदय गति रुकने के कारण हुई तहसीलदार जीत राम भारद्वाज की मौत के मामले में एक नया मोड़ आया है। जिला राजस्व अधिकारी कविता ठाकुर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज की है व उचित छानबीन करके दिवंगत तहसीलदार को न्याय दिलवाने कि मांग की है।
पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि 14 नवंबर को जब तहसीलदार जब अपने कार्यालय में थे तभी अधिवक्ता प्रवेश चदेंल उनके कार्यालय में अपने कुछ और साथियों के साथ आए और किसी विषय पर बहस करने लगे बात इतनी बढ़ गई कि हाथापाई होने की नौबत आ गई और अधिवक्ता द्वारा तहसीलदार को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। जिस कारण जीतराम बेहोश हो गए और दिल का दौरा पड गया बेहोशी की हालत में कार्यालय के कर्मचारी जीतराम को अस्पताल ले गए और वहां डाक्टरों ने जीतराम भारद्वाज को मृत घोषित कर दिया। राजस्व अधिकारी ने शिकायत में कहा है कि तहसीलदार जीत राम भारद्वाज की मौत अधिवक्ता परवेज चंदेल के धमाकाने व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के कारण हुई है।
जिसकी उचित जांच होनी चाहिए व दोषी पाए जाने पर इस घटना में संलिप्त लोगों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। एसपी अंजुम आरा ने बताया कि राजस्व अधिकारी कविता ठाकुर की शिकायत पर धारा 353, 504, 506, 228, 304 के तहत मामला दर्ज किया गया है व शिकायत के आधार पर मामले के हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है। इसके लिए पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।