शिमला (एमबीएम न्यूज़) : गुडि़या केस के एक आरोपी सूरज की हिरासत में मौत मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार शिमला के पूर्व एसपी डीडब्लयू
नेगी को रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद सोमवार दोपहर बाद जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया। जानकारी अनुसार सीबीआई की तरफ से 5 दिन का रिमांड मांगा गया था, लेकिन न्यायालय ने इस पर कोई फैसला नहीं सुनाया।

न्यायालय ने पूर्व एसपी के रिमांड पर फैसला कल मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रखा है। ऐेस में कल तक नेगी पूर्व की तरह सीबीआई रिमांड पर ही रहेंगे। सीबीआई अब मंगलवार को आरोपी को फिर से न्यायालय में पेश करेगी।
सीबीआई ने 16 नवंबर को डीडब्लयू नेगी को शिमला से गिरफतार किया था। रिमांड के दौरान पूछताछ के लिए नेगी को दिल्ली ले जाया गया था। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक लॉकअप मामला दबाने और फर्जी केस बनाने में तत्कालीन एस.पी. डीडब्लयू नेगी की संलिप्तता पाई गई है।
सूरज मौत मामले में पूर्व एस.पी. के अतिरिक्त सीबीआई 8 पुलिस अधिकारियों व कर्मियों को भी गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें आईजी जहूर जैददी व ठियोग के पूर्व डीएसपी मनोज जोशी शामिल हैं। इन्हें 29 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और ये सभी न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं।
सूरज की 18 जुलाई की रात्रि पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी। राज्य पुलिस की एसआईटी ने गुडि़या रेप एंड मर्डर केस में सूरज सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि दसवीं कक्षा की छात्रा गुडि़या (काल्पनिक नाम) का शव 6 जुलाई को कोटखाई के हलाइला जंगल में पड़ा मिला था। शुरूआती चार दिन इस मामले की जांच तत्कालीन एस.पी. डीडब्लयू नेगी की निगरानी में हुई थी। बाद में राज्य पुलिस ने मामले की जांच के लिए आईजी जहूर जैदी के नेतृत्व में एसआईटी गठित की। इस एसआईटी ने 13 जुलाई को सूरज सहित छह आरोपियों राजेंद्र उर्फ राजू, आशीष चौहान, सुभाष बिष्ट, दीपक कुमार और लोकजन को गिरफ्तार किया था। ये सभी पुलिस हिरासत में थे और इन्हें कोटखाई थाने की हवालात में रखा गया था, लेकिन 18 जुलाई को हवालात में सूरज की हत्या हो गई।