
राजपूत समुदाय व हिंदू जागरण मंच ने चेताया कि बीबीएन में अगर इस फिल्म को प्रदर्शित किया गया तो इसका उग्र विरोध किया जाएगा। विरोध स्वरूप युवा प्रदर्शन के बाद निर्देशक संजय लीला भंसाली का पुतला भी जलाएंगे। राजपूत समाज के युवा नेता संजीव ठाकुर ने कहा कि फिल्म में पदमावती के इतिहास के साथ छेडछाड़ की गई है।
हिन्दुओं की आस्था के साथ फिल्म में खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीबीएन में इस फिल्म को चलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने हिंदू समाज के सभी लोगों से आग्रह किया कि 26 नवंबर को इस पैदल विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनकर शामिल हो। उन्होंने कहा कि फिल्मों से पैसा एंठने को लेकर निर्माता-निर्देशक भारतीय इतिहास को मनमाफिक तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। जिसका देश की युवा पीढ़ी पर भी गलत प्रभाव पड़ेगा। समाज के विकास की दिशा में राजपूत समाज ने इस प्रकार की फिल्म को एक कलंक बताया।