नाहन (एमबीएम न्यूज): सराहां के आंजी सिवत गांव में सोमवार शाम को तेंदुए ने आतंक फैलाया। तेंदुए ने दिनदहाड़े ही 8 बकरियों को अपना शिकार बना लिया। घटना बीती शाम की है। आंजी सिवत निवासी वेद प्रकाश अपनी बकरियों को जंगल से चराकर घर ले जा रहा था। अचानक उसे तेंदुए के गुर्राने की आवाज सुनाई दी। तेंदुए के डर से बकरियां सहम गई।

वेद प्रकाश ने देखा कि उसकी दो बकरियां बुरी तरह से झटपटा रही है, जबकि एक बकरी तेंदुए के शिकंजे में थी। वेद प्रकाश ने आसपास के गांववालों को सहायता के लिए बुलाया। ग्रामीणों के साथ जब वह कुछ ओर आगे बढ़ा तो देखा कुछ दूरी पर उसकी दो और बकरियां मरी पड़ी थी, जिनका तेंदुए ने गला काट दिया था। इसी तरह आगे बढ़ते रहे और उन्हें एक के बाद एक बकरी मरी हुई मिली। ग्रामीणों का शोर सुनकर तेंदुआ एक बकरी को उठाकर जंगल में भाग गया।
वेद प्रकाश ने बताया कि वह किसान है और बकरीयां पाल कर अपना घर चलाता है। उसका कहना है कि उसके पास 22 बकरियां थी, जिन में से आठ बकरीयों को तेंदुए ने मार दिया, जिससे उसे भारी नुकसान हो गया है। उसने बताया कि मरने वाली बकरीयों में दो बड़े बकरे और बाकी 6 बकरीयां थी। गांव वालों का कहना है यह तेंदुआ बेखौफ गांव के साथ जंगल मे गुर्राता रहता है, जिस कारण गांव वाले डर के साये मे जी रहे हैं। इनका कहना है कि सरकार व विभाग इस ओर उचित कार्यवाही कर इस तेंदुए को पकड़े।
बता दें कि क्षेत्र में यह कोई पहली घटना नही है कि तेंदुए ने किसी पशु या फिर कुत्ते को अपना निवाला न बनाया हो। पच्छाद के घिन्नीघाड़, धारटीधार व सैनधार मे हर रोज कहीें न कहीे कोई तेंदुअ कभी किसी की गाय तो कभी बकरी या फिर किसी कुत्ते को मार रहा है। लोगों का यह भी कहना है कि विभाग उन्हे या तो पकड़े या फिर उन्हे इसे मारने की स्वीकृति दे।
उधर वन परिक्षेत्र अधिकारी सराहां अमर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मृत बकरियों का जो भी विभागानुसार मुआवजा होगा, वह किसान को दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि क्षेत्र मे तेंदुआ ज्यादा नुकसान कर रहा है है, तो उनको पकडऩे के लिए पिंजरें लगाए जाएंगे, ताकि उन्हे पकड़ा जा सके।