
कुल्लू(एमबीएम न्यूज़ ): रोहतांग बंद होने की सूरत में लाहुल के लोग रोहतांग दर्रा पैदल ही पार करेंगे। दर्रे में बर्फ पड़ते ही वाहनों की आवाजाही भी बंद हो जाएगी। ऐसे में लोग बचाव दल की मदद से ही दर्रा पैदल पार करेंगे। रोहतांग में बर्फ पड़ते ही दर्रा पैदल पार करने वालो की मदद को 15 नवम्बर से मढ़ी व कोकसर में बचाव चौकियां स्थापित हो जाएगी जो दिसबंर के आखिर तक अपनी सेवाएं देंगे। रोहतांग दर्रे में सैलानियों की चहल-कदमी भी मौसम पर निर्भर रहेगी।
मौसम खराब होने की सूरत में उन्हें पर्यटक स्थल कोठी या गुलाबा से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। सर्दियों का जरुरी सामान लेने जिला पहुंचे लाहुली भी आसमान में बादल देख घरों का रुख करने लगे हैं। वोट डालने लाहुल गए लाहुल के लोगों ने भी कुल्लू-मनाली का रूख लिया है। शनिवार को एचआरटीसी की बसों सहित दर्जनों छोटे वाहनों में लाहुल के लोगों ने रोहतांग दर्रा आर-पार किया। बचाव दल में अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के सदस्य व पुलिस जवान मौजूद रहेंगे।
31 दिसबंर 2017 से 15 मार्च 2018 तक रोहतांग दर्रा राहगीरों के लिए पूरी तरह बंद रहेगा। अगले वर्ष 15 मार्च को बचाव चौकियां स्थापित होने के बाद ही दर्रे में कदमताल शुरु हो सकेगी। तब तक लाहुलियों को उडन खटोले पर ही निर्भर रहना होगा। मनाली एसडीएम एचआर बैरवा का कहना है कि 15 नवम्बर से रोहतांग दर्रे के दोनों ओर बचाव चौकियां स्थापित कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि रोहताग दर्रे में बर्फ पडने की सूरत मे सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सैलानियों को गुलाबा या कोठी से आगे नहीं जाने दिया जाएगा।