ऊना(एमबीएम न्यूज़): आपने अक्सर स्कूल में अनुशासनहीनता व पढ़ाई न करने को लेकर शिक्षक द्वारा बच्चों की पिटाई करने बारे सुना होगा। लेकिन जिला में एक ऐसा स्कूल हैं, जहां पर बच्चों को न तो अनुशासन और न ही पढऩे के लिए पिटा गया। शहर के इस स्कूल में बच्चों की पिछले सात दिनों से सिर्फ इसलिए पिटाई की जा रही है कि क्योंकि स्कूली बच्चें टूअर पर नहीं जा रहे हैं।
बच्चों का आरोप है कि स्कूल के प्रधानाचार्य पिटाई के साथ-साथ अश्लील बातें भी करते हैं। साथ ही साथ नशीली दवाईयों को भी बैग में रखने का हवाला देकर डराते रहते हैं। वहीं स्कूल की छात्राओं का आरोप है कि प्रधानाचार्य प्रार्थना सभा के बीच बालों के स्टाइल बनाने पर कॉल गर्ल्स कहकर बुलाते हैं।
प्रधानाचार्य की इस हरकत से परेशान बच्चों ने स्कूल की एसएमसी प्रधान से मिलकर इसकी शिकायत पुलिस को सौंप दी है। बता दें कि शहर के एक प्राईवेट स्कूल के जमा दो के सांईस संकाय में पढऩे वाले बच्चों का 2 नवंबर को पंजाब के विभिन्न हिस्सों में टुअर जाना निश्चित हुआ।
इसके लिए प्रधानाचार्य ने कक्षा के बच्चों को एक-एक हजार रुपये लाने की बात कही। जमा दो में पढऩे वाले बच्चों का आरोप है कि कुछ बच्चों ने तो पैसे दे दिए, लेकिन जिन्होंने पैसे नहीं दिए, उनको प्रधानाचार्य रोजाना पीट रहे हैं। इतना ही नहीं माता-पिता पर यकीन न होने की बात कहकर शर्मसार किया जाता है।
बच्चों ने बताया कि प्रधानाचार्य ने अब टुअर की तिथि बढ़ाकर 12 नवंबर कर दी है और साफ कहा कि जल्द से जल्द टुअर के पैसे जमा करवाए जाएं। बच्चों ने प्रधानाचार्य पर अश्लील बातें करने का भी आरोप लगाया। स्कूली छात्राओं का आरोप है कि जब हम बालों का स्टाइल (पफ) बनाती हैं, तो सुबह की प्रार्थना सभा के बीच कॉल गर्ल्स कह कर बुलाते हैं और कहते है कि तुम कलंक हो।
बच्चों ने बताया कि प्रधानाचार्य ने अब टुअर की तिथि बढ़ाकर 12 नवंबर कर दी है और साफ कहा कि जल्द से जल्द टुअर के पैसे जमा करवाए जाएं। बच्चों ने प्रधानाचार्य पर अश्लील बातें करने का भी आरोप लगाया। स्कूली छात्राओं का आरोप है कि जब हम बालों का स्टाइल (पफ) बनाती हैं, तो सुबह की प्रार्थना सभा के बीच कॉल गर्ल्स कह कर बुलाते हैं और कहते है कि तुम कलंक हो।
प्रधानाचार्य द्वारा रोजाना हो रही पिटाई व उनकी अश्लील बातों से तंग आकर इसकी शिकायत एसएमसी प्रधान से की। बच्चों ने एसएमसी प्रधान की मदद से प्रधानाचार्य के खिलाफ जिला पुलिस को शिकायत सौंप दी है। उधर स्कूल प्रधानाचार्य ने सभी आरोपों को नकारा है। उन्होंने कहा कि मैंने टुअर के लिए कभी भी बच्चें को नहीं पिटा।
सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की भी हो जांच
छात्राओं का आरोप है कि स्कूल में चले एनएसएस शिविर के दौरान उनका रात्रि ठहराव स्कूल की लाइब्रेरी रूम में किया गया था, जिसमें सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि लाईब्रेरी का कैमरा ऑन रहा जिस कारण उन्हें शक है कि प्रधानाचार्य लाइब्रेरी रूम में उनकी गतिविधियों को देखते रहे हैं। इसलिए इसकी भी जांच होनी चाहिए।
क्या कहते हैं एसपी
पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी का कहना है कि स्कूली बच्चों ने प्रधानाचार्य के खिलाफ शिकायत सौंपी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।