शिमला( एमबीएम न्यूज़): जिले की हॉट सीट अर्की से छह बार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के मुकाबले में भाजपा ने कमजोर प्रत्याशी मैदान में उतारा है। यह मानने को भाजपा तैयार नहीं है। शिमला पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनबाज हुसैन ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा है कि अर्की से भाजपा प्रत्याशी को कांग्रेस कमतर न आंकें। भाजपा ने सोच-समझकर अर्की से अपना उम्मीदवार उतार है और चुनाव में वह मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को पटखनी देगा। वीरभद्र सिंह की अर्की सीट से हार निश्चित है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पहली बार अर्की से किस्मत आजमा रहे हैं।

साल 2012 का चुनाव उन्होंने शिमला ग्रामीण से लड़ा था, लेकिन इस बार यहां से उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह चुनाव मैदान में हैं। खास बात यह है कि अर्की सीट से 20 अक्तूबर को नामांकन दाखिल करने के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह एक बार भी प्रचार के लिए अर्की नहीं गए हैं। मुख्यमंत्री के अर्की सीट से उतरने पर कांग्रेस इस सीट को सुरक्षित मान कर चल रही है। यहां से भाजपा ने निवर्तमान विधायक गोविंद शर्मा का टिकट काट कर नये चेहरे रत्न सिंह पाल पर दांव खेला है।
गोविंद शर्मा लगातार दो चुनाव जीत चुके हैं। सहनबाज हुसैन ने पत्रकार वार्ता में कहा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डुबी है और यहां के मुख्यमंत्री स्वयं जमानत पर हैं। कांग्रेस सरकार पिछले चुनावी घोषणा पत्र के 108 वायदों को पूरा नहीं कर पाई है। हिमाचल का चुनाव इस प्रदेश की तकदीर और तस्वीर बदलने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन में यह प्रदेश बसता है। वह यहां के प्रभारी रह चुके हैं और एक-एक हल्के और कार्यकर्ता को जानते हैं।
मोदी की राज्य में हुई चुनावी रैलियों में उमड़े जनसैलाब से यह स्पष्ट हो गया है कि यहां भाजपा तीन-चौथाई सीटें जीतेगी। उन्होंने विधानसभा चुनाव में बेशूमार धन खर्च करने के कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला के बयान का खंडन किया।
हुसैन ने कहा कि चुनाव के दौर में भाजपा एक-एक पैसे का पूरी पारदर्शिता से हिसाब रखती है और कांग्रेस नेताओं के मन में यदि कोई शंका है, तो वह चुनाव आयोग में शिकायत करे। उन्होंने आरोप लगाया है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी हिमाचल में चुनाव प्रचार करने से घबरा रहे हैं। पार्टी के हार के डर से राहुल गांधी यहां आने से बच रहे हैं।