बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : बिलासपुर जिला के मलोखर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मलोथी गांव में बने जालपा माँ के मंदिर में आजकल एक बाबा ने कब्ज़ा कर रखा है। यहाँ पर कब्ज़ा करने वाले बाबा अपनी मनमर्जी से जब दिल आये तब मंदिर और सराय में ताला लगा कर बाहर चले जाते है जिसके बाद यहाँ आने वाले भक्तों को मंदिर के बाहर से ही मां के दर्शन करने पड़ते है।
गौरतलब है की इस मंदिर के विकास कार्य के लिए मंदिर विकास समिति का वर्ष 1993 में गठन किया गया है जिसके बाद इस समिति ने इस मंदिर में एक सराय का निर्माण करने के साथ साथ मंदिर के कई विकास कार्य करवाए। परन्तु पिछले वर्ष इस मंदिर में एक बाबा जी आये जिन्होंने धीरे धीरे इस मंदिर पर अपना कब्ज़ा कर लिया और कब्ज़ा करने के साथ साथ मंदिर में लगे दानपात्र में भी ताले लगा दिए है। इस मंदिर पर स्थानीय लोगो की काफी आस्था है और यहाँ के स्थानीय लोग अपनी नई फसल का कुछ अंश सबसे पहले यही मां के चरणों में चढाते है जिसके बाद उस फसल को बाजारों में बेचते है और खुद इसका इस्तेमाल करते है। मंदिर में जिस दिन ग्रामीण अपनी फसल को चढाते है उसी दिन मंदिर में भंडारे का आयोजन भी करते है।
मंगलवार को गाँव के लोग अपनी फसल को चढाने के लिए और मंदिर में भंडारा लगाने के लिए जब वहां पहुंचे तब उन्होंने देखा कि मंदिर और सराय में ताले लगे हुए है। लोगो ने बाबा जी से उनके मोबाइल पर संपर्क करने की बहुत कोशिश की परन्तु बाबा जी का कोई भी नम्बर नही लगा जिसकी वजह से लोगो द्वारा भंडारे के लिए लाया सारा सामान बारिश में भीग कर खराब हो गया।
समिति के अध्यक्ष सुख देव ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए पिछली रात मंदिर में रहने वाले बाबा जी से बात की थी जिसके बाबजूद मंगलवार को बाबा जी मंदिर और सराय में ताला लगा कर कहीं चले गये, जिसकी वजह से स्थानीय लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि मंदिर और सराय में ताले लगने की वजह से जहां सभी लोगो को बारिश में भीगना पड़ा वहीँ भंडारे का सारा समान भी वर्षा में भीग कर खराब हो गया। मंदिर कमेटी के प्रधान सुख देव ने कहा कि इस मंदिर में बाबा ने खुद अपनी मनमर्जी से कब्ज़ा कर लिया है जबकि इस मंदिर में बाबा की कोई जरूरत नही है । लेकिन पिछले एक वर्ष से यहां पर बाबा जबरदस्ती आकर रहने लगे और अब यह बाबा इस मंदिर प्रबंधन एवं विकास समिति को अवैध बताते है । बाबा ने यहाँ पर अपनी मर्जी से अन्य कमेटी का गठन करवा दिया है ।
सुख देव ने कहा इस बारे में उन्होंने पुलिस में भी शिकायत की थी जिसके बाद पुलिस ने बाबा को समझाते हुए कहा था कि मंदिर के दान पात्र और सराय की चाबी कमेटी को सौंप दें लेकिन बाबा ने पुलिस को दो टूक कहा कि कमेटी को मैं चाबी नही दूंगा अगर चाबी देनी होगी तो वह न्यायलय में जाकर समिति को चाबी सौंपेंगा।
वहीँ मंदिर कमेटी के पूर्व प्रधान जगदीश ठाकुर ने कहा कि जब से इस मंदिर में यह बाबा जी आये है तब से मंदिर में रात दिन भांग और चरस का इस्तेमाल हो रहा है। जिसकी वजह से गाँव के बहुत से युवा नशे की चपेट में आ गये। मंदिर में बाबा और उनके चेले दिन रात नशे में ही रहते है जिसके चलते क्षेत्र की महिलाए अब अकेले में मंदिर जाने से कतरा रही है ।
समिति के सदस्य ने बताया कि यदि बाबा से इस बारे में पूछा जाए तो बाबा उल्टा हमें डराते है। मंगलवार को मंदिर प्रबंधन और विकास समिति ने पंचायत प्रधान को भी इसकी सुचना दी जिसके बाद पंचायत प्रधान भी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों में बाबू राम ठाकुर, पंचायत सदस्य संत राम, धर्म पाल, हेम चंद ठाकुर, सुरेश कुमार, नरेश कुमार और अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।