मंडी (वी कुमार): जहां पूरे देश में जगह जगह जीएसटी के विरोध में व्यापारियों ने बंद का ऐलान किया है वहीं मंडी में भी इसका मिला जुला असर देखने को मिला। मंडी शहर में हिमाचल प्रदेश व्यापार मंडल ने जीएसटी के विरोध में एक रैली निकाली और डीसी मंडी संदीप कदम के माध्यम से भारत के वित्त एवं रक्षा मंत्री अरूण जेटली को एक मांग पत्र भेजा।
जिला के व्यापारी वर्ग का कहना है कि वे जीएसटी का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन जीएसटी में जो जटिल कानून और प्रावधान हैं उनमें बदलाव लाने की मांग कर रहे है। व्यापारियों के अनुसार सरकार एक ऐसे कानून के तहत व्यापार करने पर बल दे रही है जिसके बारे में व्यापारी वर्ग को पता ही नहीं है। जिसके कारण अगर कोई गलती होती है तो सख्त कानूनों से व्यापारी घबराए हुए हैं।
ऐसे में व्यापार वर्ग ने सरकार से मांग उठाई है कि जीएसटी की जानकारी देने के लिए आम लोगों और व्यापारी वर्ग के लिए पहले जागरूकता शिविर लगाने चाहिए ताकि उन्हे अपने उपर लागू होने वाली सिस्टम के बारे में विस्तृत जानकरी हो। व्यापारियों ने यह भी अंदेशा जताया है कि जीएसटी के कारण मार्केट में इन्सपैक्ट्री राज बढ जाएगा जिसके कारण की भ्रष्टाचार और अधिक बढेगा। इस कारण वित्त मंत्री को सौंपे गए ज्ञापन में व्यापारियों ने 10 बिन्दुओं पर सरकार को पुनः विचार करने का आग्रह किया है।
वहीं इसके विपरीत मार्केट में कुछ दुकानें खुली भी रही। जब खोली गई दुकानों के मालिकों से मीडिया ने बात करनी चाही तो उन्होने बहाना लगा कर कैमरे पर बात करने से मना कर दिया। मंडी में जीएसटी के विरोध का मिलाजुला असर देखने को मिला है। अब आधी रात से शुरू होने वाला जीएसटी सिस्टम मार्केट पर क्या असर डालता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।