शिमला (एमबीएम न्यूज) : राज्य के विभिन्न विभागों में तैनात हजारों आउटसोर्स कर्मचारियों ने चुनावी साल में राज् सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आउटसोर्स कर्मचारी महासंघ ने सरकार पर आउटसोर्स कर्मियों के साथ भद्दा मजाक करने का आरोप जड़ते हुए 3 जुलाई से शिमला स्थित सचिवालय के बाहर क्रमिक भूख हड़ताल करने की घोषणा की है। महासंघ की बुधवार को शिमला में आयोजित एक बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बैठक में संघ के प्रदेश अध्यक्ष धीरज चैहान ने कहा कि नीति बनाने के नाम पर सरकार ने अफसरशाही के साथ मिलकर आउटसोर्स कर्मचारियों को ठगा है। सरकार ने पहले आउटसोर्स कर्मियों को नीति के तहत अनुबंध में लाने का वायदा किया था, लेकिन अब सरकार आउटसोर्स कर्मियों की कार्यस्थिति को सुरक्षा प्रदान करने के लिए महज नीति-निर्देश बनाने की बात कर रही है।
धीरज चौहान ने कहा कि सरकार अगर चाहे तो मात्र एक नोटिफिकेशन के जरिए सभी कर्मचारियों को कौशल विकास निगम के तहत विभिन्न विभगाों में तैनात कर सकती है। इससे सरकार पर वितीय बोझ भी नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्स सिंह से भी इस बारे कई बार गुहार लगाई गई है कि सभी आउटसोर्स कर्मियों को कौशल विकास निगम के तहत रखा जाए। इसका एक ड्राफट भी तैयार हो चुका है परंतु सरकार इस पर जरा भी संजीदा नहीं है। सरकार आउटसोर्स कर्मचारियों को ठेकेदारों के शोषण से मुक्त ही नहीं करना चाहती है।
धीरज ने कहा कि 3 जुलाई को राज्य सचिवालय के बाहर आउटसोर्स कर्मी क्रमिक अनशन शुरू करेंगे। यह अनशन तीन दिन तक चलेगा और प्रदेश के सभी जिलों में इसमें कर्मी हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि पहले दिन पुराना बस स्टैंड से कार्ट रोड होते हुए सचिवालय तक एक रैली भी निकाली जाएगी।