बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : जिला के झंडूता उपमंडल के गेहड़वीं स्थित ग्राम पंचायत जांगला के ग्राम सुंदडु में एक 45 वर्षीय अधेड़ ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला पूर्ण कर ली है। गौरतलब है कि मूलत: बरठी के टिहरी निवासी मृतक हितेश कुमार उर्फ भोला राम पिछले 10 वर्षों से अपने साले की अचानक मृत्यु के उपरांत अपने ससुराल ग्राम सुंदडु में रहकर अपना तथा अपने परिवार का गुजारा कर रहा था।
पेशे से ट्रैक्टर ड्राईवर हितेश ने कुछ वर्ष पूर्व बैंक से ऋण लेकर अपना ट्रैक्टर ले लिया था। लेकिन खड्डों पर खनन अधिकारियों के लगातार पहरे तथा बैंक की दिनोंदिन बढ़ रही देनदारियों व बैंक अधिकारियों के दबाव के चलते हितेश कुमार पिछले कुछ महीनों से आर्थिक तंगी के चलते मानसिक परेशानी का सामना कर रहा था, उसको अपने परिवार तथा उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों के भरण-पोषण करने के लिए दर-2 की ठोकरें खानी पड़ रही थीं।
उसके मित्रों ने बताया कि इसी महीने खनन अधिकारियों ने उससे 4 बार चालान करके 22,000 रुपये भी वसूल किये थे, हर तरफ से तंगी व बदहाली का माहौल पाकर रविवार दोपहर से लापता स्वभाव से ही मधुरभाषी व मिलनसार हितेश कुमार उर्फ भोला राम ने रविवार रात्रि को अपने घर के नजदीक ही आम के पेड़ से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला पूर्ण कर ली।
रातभर से इंतजार कर रहे परिवारजनों ने जब सवेरे 5 बजे आम के पेड़ से लटके भोला राम को देखा तो उनके होश उड़ गए,तथा शोर सुनकर ग्रामवासी भी तुरंत घटना स्थल पर पहुँच गए। पंचायत प्रधान जांगला किशोरी लाल ने इस घटना की सूचना तत्काल झंडूता पुलिस चौकी को दी। इस पर थाना प्रभारी सदर व पुलिस चौकी प्रभारी झंडूता ने अपनी टीम सहित पहुँच कर घटना स्थल का जायजा लेकर उपस्थित परिवारजनों व लोगों के बयान भी कलमबद्ध किए। पुलिस प्रक्रिया के बाद शव को पोस्टमार्टम हेतु क्षेत्रीय अस्पताल भेज दिया गया।
घटनास्थल पर उपस्थित समोह वार्ड की जिला पार्षद पुष्पा देवी, पंचायत प्रधान किशोरी लाल, पूर्व प्रधान कला देवी तथा अश्वनी चंदेल, उपप्रधान अनिल चंदेल, मास्टर चैन सिंह, राजेश ठाकुर, सुभाष अग्निहोत्री, अमरचंद, तिलकराज, ओंकार चंद,मस्तराम, मनोहर लाल आदि समाज के प्रबुद्ध लोगों ने बताया कि प्रदेश सरकार ट्रैक्टर मालिकों व चालकों के साथ भेदभाव करके दोहरी नीति अपना रही है, सरकार खनन रोकने का जितना व्यर्थ प्रयास कर रही है, खनन उतना ही ज्यादा हो रहा है, ट्रैक्टर मालिकों को अपना तथा अपने परिवार का गुजारा चलाना मुश्किल हो रहा है, मृतक भोला राम भी एक ऐसा ही उदाहरण है, जो बैंक के लोन तथा खनन अधिकारियों के जुर्माने के घाव को न सह सकने के कारण संसार से ही अलविदा हो गया।